खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। संत रूपी बादलों द्वारा जो सत्संग रुपी वर्षा होती है उसमें अपने मन की कलुषता व विकारों को धोकर मन को पावन बनाना है। जैसे बादलों को देखकर मोर व पपीहा मगन हो नृत्य करने लगते हैं, तथा पीहू-पीहू की धुनि लगाने लगते हैं। ऐसे ही संत व भक्तों को देखकर हमारा मन मयूर भी यदि नाचने न लग जाए, सत्संग की वर्षा में हम मन को पावन न करें तथा अपने पिया (परमात्मा) को याद न करने लगे तो इसे दुर्भाग्य ही समझना चाहिए। जगत की यथासंभव व यथासामरथ्य सेवा एवं परमात्मा से प्रेम करना चाहिए। यह उदगार आज विश्व के श्रेष्ठ महा संत श्री-श्री 1008 स्वामी श्री हरि चैतन्य महाप्रभु ने हल्द्वानी आगमन पर कहें।
बताते चलें कि विश्व भर में प्रख्यात युवा संत श्री-श्री 1008 स्वामी हरि चैतन्य महाप्रभु देश भ्रमण के बाद आज हल्द्वानी पधारे थे। इस दौरान महाराज श्री द्वारा (शुक्रवार) आज ब्राह्मण सभा द्वारा परशुराम चौक (पूर्व में मुखानी चौराहे) में आयोजित खीर वितरण कार्यक्रम में उपस्थित जनता को आशीर्वाद दिया। जिसके बाद श्री महाराज वरिष्ठ पत्रकार मनोज कुमार पाण्डे के आवास पहुंचे। इस दौरान प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति शाह, ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विशाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष हेम भट्ट, प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश जोशी, जिला अध्यक्ष नैनीताल ब्रजेश तिवारी, कौशलेंद्र भट्ट, दीप्ति तिवारी, नवीन नैथानी, प्रमोद बमेठा, कमल सुयाल सहित प्रशासनिक अधिकारी एवं राजनीतिक ब्यक्तिव मौजूद रहें।