खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। कुमाऊं के पुलिस उपमहानिरीक्षक नीलेश आनन्द भरणे ने कहा है कि पुलिस अधिकारी लोगों की समस्याओं को देखते हुए महीने के पहले शनिवार को मुख्य चौराहों पर थाना दिवस लगाकर लोगों की समस्याओं का समाधान करें। साथ ही क्राइम की दृष्टि से संवदेनशील क्षेत्रों में कभी-कभी रात्रि चौपाल भी लगाई जाए।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीआईजी भरणे ने फील्ड में तैनात पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को जनहित में कार्य करते हुए जनता से जुडने एवं जनता व जनप्रतिनिधियों आदि से समन्वय स्थापित करने को कहा है। कहा है कि जनता व पुलिस के मध्य संवादहीनता कम किया जाना जरूरी है। कार्यालय में अधिकारी अपने उपस्थिति एवं जनता से मिलने का समय निर्धारित करें तथा मिलने के समय को सुस्पष्ट तरीके कार्यालय के अग्रभाग पर चस्पा करें । समस्त अधिकारी आवंटित सरकारी नम्बर (सीयूजी) को प्रत्येक दशा में चालू रखकर प्रत्येक कॉल रिसीव करना सुनिश्चित करें साथ ही पीडित की समस्या का समयबद्ध व गुणात्मक तरीके से निस्तारण करें। जनपदों के शिकायत जाँच प्रकोष्ठ में निस्तारण व लम्बित शिकायती प्रार्थना पत्रों का सही से पर्यवेक्षण किया जाना जरूरी है।
डीआईजी ने कहा कि समस्याओं के निस्तारण हेतु प्रत्येक माह के प्रथम शनिवार को शहर के मुख्य चौराहों पर थाना दिवस पुनः संचालित करें। पीडित की सुनवायी हेतु सर्किल स्तर पर क्षेत्राधिकारियों द्वारा पीडित दरबार लगायें, जिसमें महिला सम्बन्धित मामलों में पीडितों के साथ-साथ सम्बन्धित विवेचक/थानाध्यक्ष को बुलाकर समस्याओं को अधिक से अधिक मौके पर निस्तारण किया जाना सुनिश्चित करें । माह में एक बार प्रत्येक अधिकारी अपने क्षेत्रान्तर्गत संवेदनशील/क्राइम प्रोन क्षेत्र में रात्रि चौपाल लगायें। माह में एक बार प्रत्येक अधिकारी अपने क्षेत्रान्तर्गत जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित कर जनप्रतिनिधियों, होटल स्वामियों, टैक्सी यूनियन के पदाधिकारी , व्यापार मंडल के सदस्य, अधिवक्ता इत्यादि को बुलाकर बैठक करें। स्पष्ट किया कि निर्देशों का अनुपालन कर समस्त बैठकों /थाना दिवस, जनसंवाद, पीडित दरबार तथा रात्रि चौपाल के डाटा थानों में अध्यावधिक किया जाए।