खबर सच है संवाददाता
लालकुआं। गौला नदी में चैनल निर्माण कार्य का निरीक्षण करने आए तराई पूर्वी वन प्रभाग, गौला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी ही अचानक नदी में आए तेज प्रवाह की चपेट में आकर नदी में बह गये। जिन्हें उनके अधीनस्थ वन कर्मियों ने अपनी जान में खेलकर बमुश्किल बचाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार की शाम लगभग 4:30 बजे गौलारेंज के वनक्षेत्राधिकारी आरपी जोशी अपने स्टाफ के साथ बिन्दुखत्ता क्षेत्र में इंद्रानगर के सामने गौला नदी में पानी के बहाव को पश्चिम से पूरब की ओर करने हेतु डायवर्जन चैनल का निर्माण कार्य करवा रहे थे, इसी दौरान गौला नदी में पानी का प्रवाह अचानक तेजी से बढ़ने लगा। जब तक वन क्षेत्राधिकारी कुछ समझ पाते तब तक पानी के तीव्र बहाव ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया और वह अचानक नदी में बहने लगे। वन क्षेत्राधिकारी को नदी में बहता देख उनके साथ खड़े उनके अधीनस्थ वनकर्मियों में शामिल उप राजिक प्रमोद सिंह बिष्ट, वन दरोगा भूपाल सिंह जीना, बीट अधिकारी पान सिंह मेहता एवं नीरज रावत द्वारा उनको बहता देख नदी में कूद मार दी और बमुश्किल रेस्क्यू कर पानी के तेज बहाव से उन्हें बाहर निकाला।
नदी के तीव्र बहाव में बहने के चलते वन क्षेत्राधिकारी गौला को पानी में तीन-चार पलटी लगने से हाथ व पैर में काफी चोटें आने के साथ ही उनका चश्मा व टोपी भी पानी में बह गई एवं मोबाइल फोन भी क्षतिग्रस्त हो गया। साथ ही वन दरोगा भूपाल सिंह जीना को भी मामूली चोट आई हैं। नदी से बाहर निकालकर वन क्षेत्राधिकारी आरपी जोशी का उपचार कराया गया।