खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। शुक्रवार को भीमराव अंबेडकर आदर्श विद्यालय दमुआढुंगा में संविधान की प्रस्तावना से संविधान दिवस के कार्यक्रम की शुरुआत की गई। प्रस्तावना के बाद विद्यालय के बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम एवं बुद्धिजीवियों द्वारा विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जी आर टमटा ने एवं संचालन जीवन प्रकाश ने किया।
इस दौरान सभा को सम्बोधित करते हुए जेसी बेरी ने कहा कि भारत का संविधान लागू होते ही सभी भारतीयों को बराबरी का हक़ प्रदान कर दिया, जीआर टम्टा ने कहा कि भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा और सबसे ताकतवर संविधान है। अंजू राज ने कहा कि तीन सौ सालों के इतिहास में पूरे विश्व मे बाबा साहेब के बराबर और कोई दूसरा इतना ज्यादा ज्ञानी पैदा नही हुआ, इसीलिए उनको सिंबल ऑफ नॉलेज का खिताब हासिल हुआ। नफ़ीस अहमद खान ने कहा कि गुलाम भारत और आज़ाद भारत के बीच का फर्क सिर्फ वह किताब है जिसे हम संविधान कहते हैं। भारत का संविधान इतना महान है कि वह शरिया कानून को भी मानने की इजाज़त देता है और जो कुछ हमारे पास सुविधाएं मौजूद हैं वह संविधान की वजह से है।
कार्यक्रम में बी एल आर्य, डी आर आर्य, हरीश लोधी, एच आर टम्टा, सुंदर लाल बौद्ध, कैलाश सिंह पांगती, राजेन्द्र सिंह कुटियाल, मोहन लाल आर्य, आर पी गंगोला, बाल किशन राम, जे आर आर्य, एस डी आर्य, दयाराम आर्य, पंकज कुमार, प्रदीप कुमार, उषा आर्य, अंजूराज, सिराज अहमद, मोहम्मद सुलेमान आदि मौजूद रहे।