खबर सच है संवाददाता
काशीपुर। सड़क हादसा पहले ही परिवार के लिए मातम लेकर आया और ऊपर से गले से सोने का मंगलसूत्र रहस्यमय ढंग से गायब हो जाने की घटना ने परिजनों के आंसुओं को आक्रोश में बदल दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जसपुर–बाजपुर मार्ग पर शुक्रवार तड़के हुए हादसे में ग्राम भालूढीयार, डीडीहाट (पौड़ी गढ़वाल) मूल निवासी व हाल निवासी सैजना खटीमा, उधम सिंह नगर निवासी भागीरथ चौशाली पुत्र खिमानंद अपनी मां कमला देवी (69 वर्ष), भतीजे पंकज और भांजी तनुजा के साथ कार संख्या 24 बीएच 5395 एफ से देहरादून से लौट रहे थे। शुक्रवार तड़के लगभग तीन बजे जसपुर-बाजपुर मार्ग पर ढिल्लो ढाबा रेस्टोरेंट के पास चालक को अचानक नींद की झपकी आ गई। तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर पुल के डिवाइडर से जा भिड़ी। इस भयानक हादसे में जहां कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, वहीं कार सवार कमला देवी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि भागीरथ चौशाली की दोनों टांगें टूट गईं। पंकज और तनुजा को हल्की चोटें आईं। सूचना मिलते ही 108 एम्बुलेंस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को राजकीय चिकित्सालय लाया गया। डॉक्टरों ने कमला देवी को मृत घोषित कर दिया, जबकि गंभीर स्थिति में भागीरथ को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
हादसे के बाद परिजनों ने चौंकाने वाला आरोप लगाते हुए कहा कि हादसे के बाद जब वे अस्पताल पहुंचे तो सबसे पहले उनकी नजर मंगलसूत्र पर पड़ी, जो गायब था। जिसकी कीमत करीब डेढ़ लाख रुपये है। आरोप लगाया कि एम्बुलेंस कर्मियों ने या फिर अस्पताल स्टाफ ने यह गहना चोरी किया। इतनी बड़ी दुर्घटना में भी कोई मृतका के गले से जेवर उतार ले यह बेहद शर्मनाक और बेहद असंवेदनशील कृत्य है। इससे परिजनों में गहरा आक्रोश है।
परिजनों ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर पूरे मामले की जांच की मांग की है। पुलिस का कहना है कि मामले को गंभीरता से लिया गया है और एम्बुलेंस कर्मियों से लेकर अस्पताल स्टाफ तक सभी से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही पूरे प्रकरण का खुलासा किया जाएगा।




