खबर सच है संवाददाता
हरिद्वार। हरिद्वार के थाना सदर बाजार क्षेत्र में बीते सप्ताह कोर्ट रोड पुल फुटपाथ से चोरी हुआ एक वर्षीय बच्चा पुलिस को मिल गया है। पुलिस ने तीन महिलाओं समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक चिकित्सक और उसका बेटा भी शामिल है। बच्चे को उत्तराखंड की झबरेड़ा निवासी महिला को 3.50 लाख रुपये में बेचने की साजिश थी। बच्चे को उनके परिवार के सुपुर्द कर दिया है।
पुलिस लाइन में एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि 14 अक्तूबर की रात खलासी लाइन निवासी कृष ने थाना सदर बाजार में तहरीर दी थी कि उनका एक वर्षीय बेटा अनिकेत चोरी हो गया है। पीड़ित ने बताया था कि वह परिवार सहित कोर्ट रोड पुल के फुटपाथ पर सो रहा था, तभी कोई अनजान व्यक्ति उनका बच्चा चुरा ले गया।
पुलिस ने केस दर्ज करते ही बच्चे की तलाश शुरू कर दी थी। इसमें सदर बाजार पुलिस के अलावा सर्विलांस टीम को भी लगाया गया। रविवार को पुलिस ने खलासी लाइन के पास खंडहर पड़े रेलवे क्वार्टर से बीएएमएस डॉ. गोपाल निवासी जगहैता गुर्जर, उसके बेटे अंकुश, सलमान निवासी मानकमऊ, प्रीति निवासी मातागढ़, दीपा निवासी गांव भूलनी और नैना निवासी मोहल्ला भगतो वाली गली झबरेड़ा जिला हरिद्वार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मासूम को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। वहीं, सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। आरोपियों से दो मोबाइल और 1560 रुपये नकद बरामद हुए।
एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि इस पूरे प्रकरण का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि डॉ. गोपाल है। उसने सलमान और नाबालिग आरोपी को अपने साथ मिला लिया था। उन्हें बच्चा चोरी के लिए कमीशन देने की बात कही थी। डॉ. गोपाल ने घटना वाली रात बाइक से पहुंचकर सलमान और नाबालिग की मदद से मासूम अनिकेत को कोर्ट रोड पुल से चुराया और भाग गया था।
पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने मासूम को रुड़की निवासी व्यक्ति को 3.50 लाख रुपये में बेचने का सौदा तय किया था।पकड़ी गई आरोपी नैना उस व्यक्ति की बहन है जो सौदे की मध्यस्थता कर रही थी। पुलिस ने नैना को भी गिरफ्तार कर लिया है। नैना पूरे गिरोह की अहम कड़ी थी और मासूम को उसी के जरिए बेचा जाना था।




