खबर सच है संवाददाता
देहरादून। मंगलवार को प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) जवानों ने मुख्यमंत्री आवास कूच करने के लिए हुंकार भरी। सुबह करीब 11 बजे पीआरडी जवान परेड ग्राउंड में एकत्र हुए। यहां से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पीआरडी जवान मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़े।
इस दौरान जैसे ही प्रदर्शनकारी पीआरडी जवान हाथीबड़कला पहुंचे पुलिस ने उन्हें सीएम आवास जाने से रोक दिया। जिसके चलते जवानों की पुलिसकर्मियों के साथ नोक झोंक भी हुई और गुस्साए पीआरडी जवान सड़क पर ही धरने पर बैठकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। कई घंटे तक सड़क पर प्रदर्शन और पुलिसकर्मियों के साथ धक्का मुक्की के बाद प्रदर्शनकारियों ने मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद प्रदर्शनकारी वापस लौट गए। प्रदर्शनकारी जवानों ने कहा कि कोरोना के मुश्किल समय में प्रदेश के विभिन्न गैर सरकारी कार्यालयों और थाना चौकियों में पाआरडी जवानों ने अपनी सेवाएं दी। लेकिन कोरोना से स्थिति सामान्य होने के बाद उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। ऐसे में उन्हें आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
साल भर रोजगार न होने से पीआरडी जवानों को अपने परिवार का पालन पोषण करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पीआरडी जवान दिनेश प्रसाद ने बताया कि मंत्री के आवास पर मंत्री से मुलाकात न होने के बाद 30 नवंबर को मुख्यमंत्री आवास कूच करने का निर्णय लिया था।लेकिन पुलिस ने सीएम आवास तक नहीं जाने दिया। पीआरडी जवानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द मांग पूरी नहीं की गई तो वह उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
इससे पहले सोमवार को पीआरडी जवानों ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के यमुना कालोनी स्थित आवास का घेराव कर प्रदर्शन किया था। हालांकि आवास पर मंत्री से प्रदर्शनकारी पीआरडी जवानों की मुलाकात नहीं हो सकी थी। प्रदर्शन करने वालों में गोपाल सिंह तोमर, सुनिल, भारु तोमर, किशन सिंह, पदम सिंह जितेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।