खबर सच है संवाददाता
जसपुर। लापरवाही बरतने पर एसएसपी ने कोतवाल जेएस देउपा को सस्पेंड कर दिया है। बताया जा रहा है कि शनिवार रात कोतवाल सादी वर्दी में एक स्मैक बेचने वाली महिला को पकड़ने गए थे। जहां महिलाओं ने उन्हें घेर कर हंगामा काटा था। एसएसपी ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए कार्रवाई की। कोतवाल के निलंबित होने पर नगर में तरह-तरह की चर्चाएं हैं ।
शनिवार रात करीब 10 बजे कोतवाल जेएस देउपा के मोबाइल पर मोहल्ला चांद मस्जिद निवासी एक महिला मुखबिर ने कॉल कर सूचना दी थी कि मोहल्ले में एक महिला धड़ल्ले से स्मैक बेच रही है। सूचना पर कोतवाल सादी वर्दी में एक व्यक्ति की बाइक पर बैठकर चले गए। कोतवाल जब मौके पर पहुंचे तो आरोपी महिला ने अन्य महिलाओं एवं मोहल्ले वालों को साथ लेकर कोतवाल को घेर लिया तथा बाइक की चाबी निकाल ली। साथ ही जोर-जोर से बोलकर कोतवाल को खरी-खोटी सुनाते हुए वीडियो बना लिया। किसी तरह से मोहल्ले से निकले तथा मामले की जानकारी आला अधिकारियों को दी। उधर, किसी ने वीडियो वायरल कर उच्चाधिकारियों को भेज दी।उच्चाधकारियों के निर्देश पर एसएसपी ने कोतवाल को निलंबित कर दिया। सोमवार को कोतवाल ने खुद को निलंबित होने की पुष्टि करते हुए बताया कि मोहल्ला नई बस्ती निवासी गुलनाज एवं उसके पिता को पुलिस ने जेल भेजा था। गुलनाज जमानत पर है। उन्हें सूचना मिली थी कि आरोपी महिला फिर से मोहल्ले में स्मैक बेचने का धंधा कर रही है। उसी की पड्ताल करने वहां गये थे। आरोपियों को भनक नहीं लगे इसलिये वह सादी वर्दी में मौके पर गए थे। लोगों ने दबी जुबान में कहा कि जसपुर कोतवाल जब से आए थे तब से कुछ दलाल कोतवाली में सक्रिय हो गए थे। जब भी कोई मामला थाने में आता तो स्वयं पुलिस कर्मी दलाल का नाम लेकर मामले को निपटाने की बात करते। यह भी बताया कि यह दलाल सुबह से लेकर शाम तक कोतवाली में कोतवाल के इर्द-गिर्द मंडराते रहते थे। इसको लेकर पूर्व में अफसरों से शिकायतें भी की गई थीं।
एसएसपी ने कोतवाल देउपा को निलंबित करने के बाद गदरपुर के थानाध्यक्ष बिजेंद्र शाह को जसपुर का कोतवाल बनाया है। कोतवाल शाह ने बताया कि उनकी पहली प्राथिमकता अपराध एवं नशाखोरी पर अंकुश लगाने के साथ ही नगर की यातायात व्यवस्था को भी ठीक करेंगे।