खबर सच है संवाददाता
लालकुआं। यहां कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत अपने सगे चाचा की तमंचे से गोली मारकर हत्या के बाद फरार हो गए भतीजे को उत्तराखंड एसटीएफ ने 14 साल बाद गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है की घटना 2009 की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रकाश पंत नाम के इस व्यक्ति ने ज़मीनी विवाद के चलते बिंदुखत्ता के सुभाष नगर क्षेत्र में दिनदहाड़े अपने सगे चाचा दुर्गा दत्त पंत की गोली मारकर हत्या करने के बाद मौके से फरार हो गया था। पुलिस से बचने के लिए उसने देश के कई शहरों को ठिकाना बनाया और आखिर में फरीदाबाद में नाम बदलकर रहने लगा। पुलिस के मुताबिक फरीदाबाद में प्रकाश पंत की पहचान ओमप्रकाश के नाम से थी। जो कि छुपछुपाकर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ बल्लभगढ़ में रह रहा था। हालांकि लालकुआ पुलिस भी इसकी सालों तक तलाश में जुटी रही, लेकिन जब पुलिस को ये पता चला कि आरोपी नेपाल में है, तो पुलिस ने भी खोजबीन बंद कर दी थी। लेकिन एसटीएफ लगातार इसकी तलाश में जुटी रही और आरोपी द्वारा एक गलती अपनी पत्नी को अपने फोन से कॉल जिससे एसटीएफ को आरोपी के बारे में पता चल ही गया, ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। जिसके बाद एसटीएफ की टीम ने एक लाख के ईनामी प्रकाश पंत उर्फ ओमप्रकाश को फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया हैं।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया आरोपी प्रकाश पंत को दबोचने में उनकी टीम ने बहुत मेहनत की जिसका उन्हें लाभ हुआ अंतत आरोपी पुलिस की पकड़ में आ गया।