खबर सच है संवाददाता
देहरादून। स्पेशल टास्क फोर्स एसटीएफ ने सुनील राठी गैंग के एक गुर्गे को गिरप्तार किया है। कनखल के एक व्यापारी से 50 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में सिडकुल थाने में दर्ज मुकदमें के बाद यह अहम गिरफ्तारी हुई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि इसी साल 13 फरवरी को थाना सिडकुल पर वादी रविकांत मलिक निवासी कनखल हरिद्वार द्वारा नवोदय नगर रोशनाबाद में स्थित अपने प्लाट पर अवैध कब्जा करने एवं उसके बड़े भाई अमरकांत मलिक को जान से मारने की धमकी देते हुये 50 लाख रूपये की मांग करने के सम्बन्ध में रंगदारी का मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे में सुनील राठी, नीरज मलिक, प्रदीप राठी, रोहताश, विपिन राठी, सुशील गुर्जर को नामजद किया गया था। इसकी विवेचना एसटीएफ को सुपुर्द की गयी थी। इस अभियोग में पूर्व में अभियुक्त सुशील गुर्जर पुत्र ज्ञान सिंह को अवैध अस्लाह 01 पिस्टल 45 बोर, 02 मैंगजीन, 10 जिन्दा कारतूस व एक बुलेट प्रूफ स्कॉर्पियो गाडी व घटना में प्रयुक्त मोबाईल सिम के साथ गिरफ्तार किया गया था। अब इस प्रकरण में विवेचना से प्रकाश में आया कि सुनील राठी गैंग का एक सदस्य अजीत खोखर भी रंगदारी मांगे जाने के प्रकरण में संलिप्त है। जो कि एक पेशेवर अपराधी है, जिनके विरूद्व पूर्व में भी हत्या, बलवा, लूट, धमकी, हत्या का प्रयास, गैंगस्टर एक्ट, आम्र्स एक्ट आदि के कई संगीन अभियोग पंजीकृत है। अजीत द्वारा ही उक्त मुकदमें वादी व उसके भाई को धमकी भरे मैसेज भेजने और कॉल करने के लिये प्रयुक्त सिम को अन्य आरोपियों को उपलब्ध कराया गया था और स्वयं इस पूरे मामले की निगरानी कर गवाहों को धमकाया जा रहा था, जिस पर एसटीएफ की टीम द्वारा चार अप्रैल की सांय को अभियुक्त अजीत खोखर को मुज्जफरनगर, से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त अजीत खोखर पर थाना गंगनहर, हरिद्वार, थाना नई मण्डी मुजफ्फरनगर के साथ साथ नई दिल्ली के कई थानों में रंगदारी, गैंगस्टर एक्ट और हत्या के प्रयास के कई मुकदमें दर्ज हुये हैं, जिनमें अभियुक्त जमानत पर बाहर है। गिरफ्तार करने वाले पुलिस टीम में निरीक्षक प्रदीप कुमार राणा, उप निरीक्षक उमेश कुमार, हेड कांस्टेबल सन्देश कुमार, कैलाश नयाल, अनूप भाटी, कांस्टेबल अनिल कुमार शामिल थे।