खबर सच है संवाददाता
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा में हुई भर्तियों के विषय में कथित अनियमितताओं के आरोपों की पड़ताल हेतु विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विशेष जांच समिति गठित करने के निर्णय का स्वागत किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि “मुझे पूर्ण विश्वास है कि ये जांच समिति विषय से जुड़े प्रत्येक तथ्य को स्पष्ट करेगी। हमारी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखण्ड के लिए कृतसंकल्पित है।”
गौरतलब है कि उत्तराखंड की विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी विधानसभा में हुई नियुक्तियों के मामले में दो बड़े फैसले लिए हैं। कहा कि उत्तराखंड राज्य गठन से अभी तक विधानसभा में हुई सभी नियुक्तियों की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी इसके लिए कमेटी गठित की गई है तथा साथ ही विधानसभा सचिव को भी छुट्टी पर भेजने के साथ ही उनके कार्यकाल को भी सील कर दिया गया है। पत्रकारों से विधानसभा में प्रेस वार्ता करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने युवाओं को भरोसा देते हुए कहा कि मेरे लिए सदन की गरिमा सर्वोच्च प्राथमिकता है। मैं विधानसभा की गरिमा के लिए कठोर से कठोर निर्णय लूंगी। नियुक्तियों को लेकर दो निर्णय लिए गए हैं जिनमें उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी को 1 माह के भीतर रिपोर्ट देनी होगी। फिलहाल सचिव मुकेश सिंघल को अवकाश दिया गया है। जांच के लिए जब बुलाया जाएगा उन्हें आना पड़ेगा। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सन् 2000 से 2011 और 2012 से 2022 तक हुई सभी भर्तियों की जांच होगी। जांच टीम में दलीप कोटिया अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह रावत और अवनेंद्र सिंह नयाल को रखा गया है।