खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। वन निगम और प्रशासन सरकार के इशारे पर खनन कारोबार का निजीकरण कर इस व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों, डंपर स्वामियों और मजदूरों का शोषण कर रही है, यह बात आज कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कही।
बल्यूटिया ने कहा कि गौला और नंदौर नदी में खनन में लगे 9,000 से अधिक वाहनों की फिटनेस आरटीओ से हटाकर निजी हाथों में दे दिया है। इससे जिस वाहन की फिटनेस आरटीओ में मात्र ₹2000 में हो जाती थी, उसे अब निजी फिटनेस सेंटर में कराने की बाध्यता कर दी गई है, जिसमें 8000 से अधिक का खर्चा वसूला जा रहा है। गौला में चलने वाले सभी वाहनों में जीपीएस को अनिवार्य कर दिया गया है, जबकि यह वाहन मात्र 5 से 10 किलोमीटर की दायरे में ही चलते हैं। ऐसे में वाहन स्वामियों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस समय समूचे क्षेत्र में बाघ और गुलदार का आतंक बना हुआ है। आम जनता को बाघ और गुलदार के आतंक से निजात दिलाना तो दूर अभी तक आदमखोर हो चुके बाघ या गुलदार को चिन्हित नहीं किया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।