खबर सच है संवाददाता
लालकुआं। प्रगतिशील महिला एकता केंद्र, प्रगतिशील भोजन माता संगठन, परिवर्तकामी छात्र संगठन एवं इंकलाबी मजदूर ने गांधी पार्क में संयुक्त रुप से सभा एवं जुलूस निकाल कर अंतरराष्ट्रीय श्रमिक महिला दिवस को बड़े जोश खरोश एवं उत्साह के साथ मनाने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय श्रमिक महिला दिवस की क्रांतिकारी विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
सभा का संचालन करते हुए प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बिंदु गुप्ता ने ऐतिहासिक विरासत एवं महत्व को प्रमुखता से रखा और यह कहां की भारत में होने वाले महिला अपराधों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसकी मुख्य वजह पतित साम्राज्यवादी, पूंजीवादी, उपभोक्तावादी अश्लील संस्कृति है। सभा को आगे बढ़ाते हुए प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की साथी पुष्पा ने ऐतिहासिक क्रम से शुरू करते हुए कहा कि इतिहास का कोई भी संघर्ष, आधी आबादी यानी महिलाओं के बगैर संभव नहीं हुई है। चाहे फ्रांसीसी क्रांति हो, रूस की सर्वहारा क्रांति या भारत का स्वतंत्रता संघर्ष हो। परिवर्तनकामी छात्र संगठन की साथी पिंकी ने सभी आंदोलनों में छात्राओं की भागीदारी को अहम बताया एवं भारतीय समाज में महिलाओं की सामंती बेड़ियों को तोड़ने का आवाहन किया। इंकलाबी मजदूर केंद्र के साथी पंकज ने सर्वहारा वर्ग की मेहनतकश महिलाओं को संघर्षशील इतिहास का परिचायक बताते हुए कहा की भारत में जुझारू एवं संघर्षशील महिलाओं को याद किया जाना चाहिए जैसे रानी लक्ष्मीबाई, झलकारी बाई, दुर्गा भाभी, प्रीति लता वाडेदर, कल्पना दत्त इत्यादि। इस दौरान मुख्य रूप से मनोज, बाबूलाल, तुलसी, शीला, मीना, सुधा, सुशीला, विमला, सीमा इत्यादि शामिल रहे।