खबर सच है संवाददाता
सिंधुदुर्ग/महाराष्ट्र। केंद्रीय चुनाव आयोग ने शिवसेना का नाम और निशान सीएम एकनाथ शिंदे के गुट के नाम कर दिया। इस तरह से उद्वव ठाकरे का अब शिवसेना पर हक नहीं रहा। इस पर ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने सीएम एकनाथ सिंदे पर बड़े ही तल्ख अंदाज में कटाक्ष किया। भाषा की मर्यादा को तोड़ते हुए संजय राउत ने कहा, ‘सोशल मीडिया में लोगों ने अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं। उनमें एक लाइन की एक यह भी टिप्पणी है। पालतू कुत्ते ने रोटी की थाली सरका ली तो मालिक भिखारी नहीं हो जाता और कुत्ता मालिक नहीं हो जाता।’
संजय राउत ने आज (शनिवार, 18 फरवरी) सिंधुदुर्ग जिले के कणकवली में मीडिया से संवाद करते हुए यह कहा। इसके बाद उन्होंने केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता नारायण राणे और उनके विधायक बेटे नितेश राणे का नाम लिए बिना उनका जिक्र किया। राउत ने कहा, ‘सुबह अखबारों में लोगों को जश्न करते हुए देखा, तस्वीरों में सात चेहरे थे और उनमें एक अब्दुल्ला नाच रहा था। बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना। जो शिवसेना पहले ही छोड़ गए, वे शिंदे गुट के साथ पटाखे फोड़ रहे थे। नाच रहे थे। ऐसे अब्दुल्ला को साथ लेकर शिवसेना को आगे बढ़ाओगे क्या?’ यह सवाल उन्होंंने सीएम शिंदे से किया। संजय राउत ने आगे कहा, ‘शिवसेना शिवसेना है। चाहे उसे कितना भी मिटाने की कोशिश की जाए। याद रहे, रावण धनुष हिला नहीं पाएगा। वह धनुष-बाण उनके छत पर गिर पड़ेगा। आज सभी पार्टियों द्वारा एक साथ मिलकर चुनाव आयोग की जवाबदेही तय करने का वक्त आया है। राजनीतिक पार्टी का मतलब क्या है? एक पार्टी 50 सालों से खड़ी है। वह पार्टी संविधान के मुताबिक चलती रही है। उस पार्टी के कुछ विधायक और सांसद खोखे लेकर चले गए। ऐसे में पार्टी उनकी कैसे हो सकती है?’ संजय राउत ने कहा कि, ‘दिल्लीश्वरों ने उनसे (एकनाथ शिंदे) पहले ही वादा किया था कि पार्टी का नाम और निशान वे उनके नाम करवा कर रहेंगे। उन्होंने उनसे वो वादा निभाया है। लेकिन चंद बांग्लादेशी देश में घुस आएं तो देश उन बांग्लादेशियों का नहीं हो जाता। देश देशवासियों का ही रहेगा। ऐसे घुसखोरों (शिंदे गुट) और चोरों को शिवसेना का नाम लेने का हक नहीं। अगर इतनी ही मर्दानगी थी तो अपनी पार्टी बना कर दिखाते।’