खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। गुरुवार (आज) देवभूमि विद्वत् परिषद् की विशाल संगोष्ठी श्री सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय प्रांगण में संपन्न हुई। जिसमें बड़ी संख्या में विद्वानों की उपस्थिति रही। सभी विद्वानों ने परिषद के उत्थान और उन्नयन में सहभाग करने की मुक्तकंठ से सहमति दी।
गोष्ठी में सभी विद्वानों ने सारगर्भित शब्दों में अपना-अपना मार्गदर्शन देते हुए शीघ्रातिशीघ्र परिषद् के पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) पर जोर दिया गया। सभी विद्वानों के सुझाव पर परिषद् के पंजीकरण तथा परिषद् के द्वारा भविष्य में समय-समय पर आयोजित किए जाने वाले आयोजनों एवं कार्यों के संचालनार्थ वार्षिक सदस्यता सेवा 1100 रुपया तय करते हुए उपस्थित विद्वानों के द्वारा लगभग 15000 रुपए की सेवा राशि एकत्रित हुई। अध्यक्ष आचार्य चंद्रशेखर अधिकारी ने उपस्थित सभी विद्वानों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया। सुप्रसिद्ध श्री रामदत्त पंचांग के संपादक दीपक चंद्र जोशी ने समस्त विद्वानों को अपनी ओर से नव वर्ष के पंचांग भी भेंट किए। परिषद् के सह सचिव ने कहा कि सभी को यह विश्वास दिलाता हूं कि, आप सभी के सहयोग, आशीर्वाद से परिषद्, सनातन धर्म, संस्कृति एवं देव भाषा संस्कृत के उन्नयन एवं संरक्षणार्थ कार्य करेगी एवं परिषद के पंजीकरण का कार्य शीघ्राति शीघ्र प्रारंभ होगा। उसके बाद आगामी कार्यक्रम की सूचना समूह के माध्यम से आप सभी पूज्य विद्वानों को दी जाएगी।
उपस्थित विद्वानों में पूर्व प्राचार्य गुरुवर डॉ भुवन चंद्र त्रिपाठी, आचार भुवन चंद्र त्रिपाठी, डॉ. नवीन चन्द्र बेलवाल, डां.जगदीश चन्द्र भट्ट, डॉ.नवीन चंद्र जोशी, सुप्रसिद्ध रामदत्त पंचांग के संपादक दीपक चंद्र जोशी, आचार्य बसंत बल्लभ त्रिपाठी, डां.मनोज पांडे, आचार्य संजय लोहनी, नवीन तिवारी, नवीन पांडे, डा. गोपाल कृष्ण जोशी, डा.जगदीश चंद्र पांडे, डा. चन्द्र प्रकाश उप्रेती, आचार्य मोहित जोशी, डॉ निर्मल त्रिपाठी, आचार्य प्रमोद जोशी, आचार्य विनोद जोशी, आचार्य ललित मोहन मौनी, आचार्य पूरन चंद्र पांडे, आचार्य विवेक शर्मा, आचार्य गोपाल दत्त भट्ट, चंद्रशेखर त्रिपाठी(धर्मगुरु,सेना), आचार्य मनोज लोहनी, आचार्य नवीन कांडपाल, आचार्य गिरीश चंद्र तिवारी, डॉ राजेंद्र भट्ट, रानीखेत से वरिष्ठ प्राध्यापक प्रकाश चंद्र त्रिपाठी, अंक ज्योतिषी वार्ष्णेय, डॉ नारायण दत्त थुवाल, सूरज चंद्र फुलारा, आचार्य शुभम पाठक, आचार्य उमेश चंद्र त्रिपाठी, आचार्य दया किशन कांडपाल, पं.गोविन्द भट्ट, पी.सी,तिवारी, नीरज कुमार जोशी, आचार्य शेखरानन्द जोशी, आचार्य ललित मोहन पांडे, पंडित दिनेश चंद्र पांडे, कैलाश चंद्र लोहनी, डॉ हेमंत जोशी आदि अनेक विद्वानों के साथ-साथ देवभूमि विद्वत् परिषद् के अध्यक्ष आचार्य चंद्रशेखर अधिकारी की उपस्थिति रही।