खबर सच है संवाददाता
रुद्रपुर। भारतीय पारंपरिक ज्ञान पद्धति एवम पेटेंटिंग विषय पर यू कॉस्ट की मदद से आई पी आर सेल, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रुद्रपुर की ओर सेआयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आज समापन हुआ। इस दौरान दो द्विवसीय सेमिनार में देश की विभिन्न हिस्सों से तमाम प्रतिभागियों के साथ ही विद्वानों, विषय विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे।
प्रतिभागियों में दूसरे दिन डॉ सुमित पुरोहित, डॉ सोमेश कुमार मेहरा, डॉ हिमांशु गोयल, डॉ जीतेंद्र डी सोनी एवम प्रो अर्चना राठोर ने अपने विचार रखे। इन तमाम विद्वानों ने पेंतेंटिंग एवम इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स के विभिन्न पहलू जैसे मेडिकल साइंस एप्लाई साइंस, एआई से लेकर साहित्य, सिनेमा, लोकल आर्ट्स क्राफ्ट, कुटीर उद्योग में पेटेंटिन एवम बौद्विक संपदा अधिनियम के लाभ एवम प्रभाव की चर्चा की। सेमिनार के द्वितीय दिन की शुरुआत डॉ सुमित पुरोहित ही के व्याख्यान से हुआ तथा समापन सत्र प्रो अर्चना राठौर के व्याख्यान से हुआ। समापन सत्र की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य एवम संरक्षक डॉ डी सी पंत ने की। डॉ पंत ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि युकास्ट द्वारा प्रायोजित सेमिनार का उद्देश्य आईपीआर और पेटेंट का प्रचार-प्रसार करना है और सेमिनार अपने इस उद्देश्य में सफल रहा। उन्होंने महाविद्यालय की आईपीआर सेल को साधुवाद देते हुए समस्त वक्ताओ और प्रतिभागियों को धन्यवाद किया और कहां की वक्ताओ और प्रतिभागियों के सहयोग से ही क्या सेमिनार सफल हुआ। सेमिनार के समन्वय प्रो मनोज पांडे ने समस्त प्रतिभागियों एवम् बक्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की आईपीआर सेल के डॉ कमला बोरा, डॉ शलभ गुप्ता, डॉ भारत पांडे, डॉ चंद्रपाल के साथ-साथ क्रीड़ा विभाग के डॉ राजेश कुमार, अंग्रेजी विभाग की डॉ दिशा एवम पूरे महाविद्यालय के सभी प्रधापकों एवम कर्मचारियों ने पूर्ण सहयोग किया जिसके लिए सभी को धन्यवाद। सेमिनार में ऑनलाइन सर्वजीत सिंह, प्रो हरिश्चंद्र, प्रो पूनम रौतेला प्रो पी एन तिवारी, डॉ वामेश्वर प्रसाद और डॉ सुनील मौर्य ने भी अपने विचार रखे। अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ डी सी पंत ने सेमिनार के सफल होने की शुभकामना आयोजक समिति को दी।