खबर सच है संवाददाता
हरिद्वार। हरिद्वार में शिवनगर ग्राम पंचायत के प्रधान पद के चुनाव नतीजों ने जिले के सभी लोगों को चौंका दिया। शिवगढ़ और फूलगढ़ में जहरीली शराब कांड की सह आरोपी बबली देवी को ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान की बागडोर सौंप दी है। प्रतिद्वंद्वी स्वाति की ओर से री-काउंटिंग करवाई गई लेकिन बबली देवी एक वोट से स्वाति से जीत गई।
10 सितंबर को शिवनगर ग्राम पंचायत में जहरीली शराब पीने से ग्रामीणों की मौत का सिलसिला शुरू हुआ। 12 लोगों की शराब पीने से मौत हुई। पुलिस ने छानबीन में ग्राम प्रधान की प्रत्याशी बबली के पति डॉ. बिजेंद्र चौहान को गिरफ्तार कर लिया। बिजेंद्र चौहान की निशानदेही से कच्ची शराब भी बरामद हुई। बबली और उसके जेठ नरेश चौहान को सह आरोपी बनाया गया। बबली और नरेश की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। डॉ. बिजेंद्र के जेल जाने और बबली व नरेश की फरारी होने से बबली के ससुर सूरज भान चौहान ने गांव में बबली के लिए वोट मांगे। शराबकांड के बाद चौहान बिरादरी बबली के समर्थन में खड़ी हो गई थी। चौहान बिरादरी ने आरोप लगाया था कि शराब हर प्रत्याशी ने बांटी लेकिन कार्रवाई सिर्फ बबली और उसके परिवार पर हुई। शराब कांड से गांव में मृतक परिवारों में आक्रोश भले ही रहा लेकिन ग्रामीणों ने बबली के समर्थन में वोट कर उसे शिवनगर ग्राम पंचायत की प्रधानी की बागडोर सौंप दी है। बहादराबाद ब्लॉक में हुई मतगणना में बबली के ससुर और समर्थक पहुंचे थे। मतगणना में बबली ने अपने प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी स्वाति से जीत दर्ज की। बबली को 855 और प्रतिद्वंद्वी स्वाती को 848 मत मिले लेकिन स्वाति ने री-काउंटिंग की अपील की। जिस पर प्रशासन ने दोबारा मतगणना कराई। री-काउंटिंग में बबली को 859 वोट मिले, जबकि प्रतिद्वंद्वी स्वाती को 858 वोट मिले। बबली एक वोट से स्वाति को हराकर जीत गई। शिवनगर ग्राम पंचायत में शिवगढ़, फूलगढ़, गोविंदगढ़, दुर्गागढ़ गांव हैं। चुनाव जीतने के बाद बबली के समर्थकों ने जश्न मनाया। बबली के बेटे हर्ष को गोदी में उठाकर समर्थकों ने ग्रामीणों का आभार जताया। शिवनगर ग्राम पंचायत से 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। 26 सितंबर को हुए मतदान में 3370 वोट पड़े थे। बुधवार को मतगणना में 142 वोट निरस्त हो गए। 2737 वैध वोट में बबली देवी को 859 वोट पड़े हैं, जबकि सबसे कम नौ वोट रेनू को मिले हैं।