खबर सच है संवाददाता
अल्मोड़ा। शिव के ज्योति स्वरूप जागेश्वर धाम में अमर्यादित नेतृत्व व अभद्र व्यवहार के घटनाक्रम के तूल पकड़ने पर मंदिर प्रबंधक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
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एसडीएम भनोली मोनिका के अनुसार जागेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रबंधक भगवान भट्ट की तहरीर पर धर्मेंद्र कश्यप व उनके साथियों के खिलाफ धारा 504 व 188 के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपों के आधार पर विवेचना शुरू कर दी गई है। जांच पूरी होने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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मुकदमा भले ही दर्ज हो गया लेकिन कहावत चरितार्थ है कि “सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का” और प्रदेश से लेकर केंद्र तक सरकार भी जागेश्वर धाम में गुंडई करने वाले नेता जी की ही है। लिहाजा नेता जी की अमर्यादा पर प्रशासनिक स्तर पर कोई संवैधानिक कार्यवाही होगी, यह कहना तो अभी मुश्किल होगा। लेकिन हिंदुत्व की धार्मिक प्रताका “भगवा ध्वज” और भारतीयों के आदर्श चरित्र “जय श्री राम” के लिए जाने जानी वाली सत्तारूढ़ भाजपा में चरित्र हनन एवं गुंडई करने वाले नेताजी द्वारा जागेश्वर धाम में जिस तरह का प्रदर्शन किया गया वह न सिर्फ प्रदेश वरन सम्पूर्ण देश में धर्म की परिभाषा को तार-तार करने के लिए असुर सम्राट रावण के घमंड से भी कुछ कम नहीं।
जनप्रतिनिधी भ्रष्टाचार के खिलाफ गुंडई करें यह उचित है, लेकिन धार्मिक स्थल की मर्यादा हनन करें यह आमजन ही नहीं समाज के किसी भी नेतृत्व को बर्दाश्त नहीं होगा। लिहाजा उत्तराखंड का मीडिया भी नेताजी की हरकतों पर सक्रिय हो गया और अपने स्तर से उनकी करतूतों को प्रचारित करने लगा।
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