खबर सच है संवाददाता
देहरादून। पढ़ाई के दौरान शुरू हुई प्रेम कहानी जिसमें पति की शहादत के बाद भी पति की यादों को जीवंत रखा और अंतिम क्षण में भी पति को ‘आई लव यू’ कहकर विदा किया आज समाज के लिए प्रेरणा बन कर सामने है।
शादी के महज 9 माह बाद ही दो प्रेमियों का बिछुड़ना और पति की शहादत के बाद भी उनकी यादों को जीवंत रखते हुए उनके दिखाए मार्ग ‘देशभक्ति‘ के कार्यो को आगे बढ़ाने की प्रबल इच्छाशक्ति रखना। जिसका ही परिणाम है कि आज निकिता बतौर लेफ्टिनेंट देश सेवा को भारतीय सेना में सेवा को तैयार है।
बता दें कि कश्मीर के पुलवामा में 18 फरवरी 2019 में आतंकियों से लोहा लेते हुए देहरादून निवासी मेजर विभूति ढौंडियाल शहीद हो गए थे। इसके बाद निकिता ने पति के नक्शे कदम पर चलते देश सेवा करने की ठान ली। उस दौरान नीतिका नोएडा में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करती थीं। जिसे छोड़ कर नीतिका ने दिसंबर 2019 में इलाहाबाद में वुमेन एंट्री स्कीम (डब्ल्यूईएस) की परीक्षा दी थी, जिसे पिछले साल वो पास कर चुकी थीं।
लेफ्टिनेंट कर्नल विकास नौटियाल ने बताया कि परीक्षा पास करने के बाद नीतिका ने स्क्रीनिंग टेस्ट, साइकोलॉजिकल टेस्ट, ग्राउंड टेस्ट, इंटरव्यू, मेडिकल टेस्ट में पास होने के बाद, मार्च 2020 में मेरिट लिस्ट में उनका चयन किया गया। साथ ही ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) से नीतिका को कॉल लेटर आया। जिसके बाद चेन्नई की ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से ट्रेनिंग ली। अब निकिता ने ट्रेनिंग पुरी कर ली है। बतौर लेफ्टिनेंट सेना में शामिल होने के लिए वे पूरी तरह से तैयार हैं। अब 29 मई को नीतिका अधिकारिक रूप से सेना की वर्दी पहनेंगी।