खबर सच है संवाददाता
श्री हरि चैतन्य महाप्रभु को हज़ारों भक्तों ने दी अश्रुपूरीत विदाई।
रामनगर। दस दिवसीय नवरात्रि महोत्सव व विराट धर्म सम्मेलन धूमधाम से सम्पन्न होने के बाद आज प्रेमावतार, युगदृष्टा, श्री हरि कृपा पीठाधीश्वर स्वामी श्री हरि चैतन्य महाप्रभु जी को श्री हरि कृपा आश्रम चित्रकूट रामनगर से हज़ारों भक्तों ने बहुत ही भावपूर्ण अश्रुपूरित विदाई दी। श्री महाराज जी ने आज यहां से राजस्थान को प्रस्थान किया। इस दौरान महाराज श्री की भी आँखों में आँसू दिखाई दिए। भावुक होकर उन्होंने अपने रामनगर व उत्तराखण्ड प्रवास को अविस्मरणीय बताते हुए दस दिवसीय विराट धर्म सम्मेलन के निर्विघ्न संपन्न होने में असंख्य भक्तों के साथ साथ शासन व प्रशासन को भी धन्यवाद कहा।
महाराज श्री ने देवभूमि व यहाँ के वासियों की प्रशंसा व महिमा का बखान करते हुए सभी का आवाहन किया कि कृपया सभी समस्त प्रकार की संकीर्णताओं व मतभेदों को त्यागकर आपसी प्रेम, एकता, सद्भाव व सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखें तथा इस पवित्र भूमि की मर्यादाओं, मूल्यों, विरासतों व ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धार्मिक धरोहरों के संरक्षण में अपना महत्वपूर्ण योगदान अवश्य दें। सम्पूर्ण वातावरण बहुत ही भावुक हो गया तथा सदगुरूदेव भगवान की जय, कामां के कन्हैया की जय, लाठी वाले भैय्या की जय, दिव्येश्वर महादेव की जय व जगदम्बे मैय्या की जय से गूंज उठा।