खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। अखिल भारतीय किसान महासभा द्वारा खत्तावासियों – गुर्जरों – वन ग्रामों के निवासियों के अधिकारों के लिए 1 फरवरी को विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा।
अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष बहादुर सिंह जंगी ने जानकारी देते हुए कहा कि “वनों के बीच कई दशकों से रहने वाली हजारों नागरिकों की आबादी आजादी के 75 वर्षों बाद भी अपने मूलभूत नागरिक अधिकारों से वंचित है। इसीलिए आगामी 1 फरवरी को गुर्जरों, खत्तावासियों, वनग्राम वासियों की हल्द्वानी में होने वाली विशाल रैली उनके बुनियादी अधिकारों के सवालों को उठाने के लिए आयोजित की जा रही है। इसके साथ ही यह रैली उनके बीच सांप्रदायिक सौहार्द की भी गारंटी करेगी। इस सरकार और भाजपा-संघ द्वारा खत्तावासियों-गुर्जरों के बीच धार्मिक विभाजन पैदा करने की कोशिश लगातार जारी हैं। जबकि हकीकत यह है कि मोदी सरकार द्वारा प्रस्तावित वन संरक्षण नियम 2022 समान रूप से सभी धर्मों के खत्ता- वनवासियों पर लागू होगा। मूलभूत अधिकार भी संयुक्त संघर्ष के बिना हासिल नहीं हो पाएंगे। इसलिए इस सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी मिलजुलकर और सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखकर संघर्ष को तेज करके ही इस लड़ाई को जीता जा सकता है। उन्होंने बताया कि बिंदुखत्ता समेत सभी खत्तों, वन ग्रामों को राजस्व ग्राम घोषित करने, वनाधिकार कानून के तहत भूमि का मालिकाना हक, मूलभूत नागरिक अधिकारों पर लगाई गई रोक हटाई जाए और वंचित रह गए हजारों वनवासियों को भी नागरिक अधिकार दिये जाने, परिवार रजिस्टर, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, स्थायी निवास, जाति प्रमाण पत्र बनाये समेत अन्य मांगों पर यह रैली होगी। रैली के लिए गांधी स्कूल के सम्मुख एकत्र होकर 12 बजे जुलूस जिलाधिकारी कैंप कार्यालय हल्द्वानी को जाएगा। जहां जिलाधिकारी नैनीताल को मांग पत्र सौंपा जाएगा।