पतझड़ जाएगा फिर से आएगा बसंत।कोरोना हारेगा, हम जीतेंगे – श्री हरि चैतन्य महाप्रभु 

ख़बर शेयर करें -

खबर सच है संवाददाता

हल्द्वानी। प्रेमावतार, युगदृष्टा एंव श्री हरि कृपा पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 स्वामी श्री हरि चैतन्य पुरी जी महाराज ने बुधवार को अपने हल्द्वानी प्रवास के दौरान आदर्श नगर में भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना हारेगा हम जीतेंगे। उन्होंने कहा कि असंख्य लोगों ने अपनों व सपनों को खोया है, असंख्य लोग संक्रमण की चपेट में आ गए, असंख्य लोगों ने हर प्रकार से बहुत नुक़सान उठाया है। श्री महाराज जी ने सभी का आवाहन किया कि लापरवाही ना करें और सावधानी के साथ सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन करते हुए नम्बर आने पर वैक्सीन अवश्य लगवायें। यह पूरी तरह से सुरक्षित व प्रभावी है। अफ़वाहों पर ध्यान ना दें। मन की नहीं लेकिन तन की दूरी अवश्य बना कर रखें तो कोरोना अवश्य हारेगा और हम जीतेंगे। महाराज श्री ने कहा कि संक्रमण के दौर में समय काम आने का, कमाने का नहीं।

अपने दिव्य व ओजस्वी वाणी में उन्होंने कहा कि परमात्मा एक है उनके नाम, उपासना पद्धतियां विभिन्न हो सकते हैं हम सभी उस एक ही सर्व शक्तिमान की संतान है जो जीव मात्र का परम सुह्रदय व हितैषी है। कर्म के साथ साथ उसमें पूर्ण व दृढ़ विश्वास करो। प्रभु की कृपा निश्चय ही समस्त बन्धनों, समस्त विपत्तियों व समस्त कठिनाइयों से उबार लेगी। कैसा भी पापी यदि प्रभू शरण में आ जाए तो वे उसे साधु या भक्त बना लेते हैं। उसे सनातन शांति मिल जाती है। उस भक्त का कभी पतन नहीं होता व उनकी कृपा सारे संकटों से अनायास ही उबार लेती है। संकट या विपत्तियों का निवारण करने के लिए बाहरी निर्दोष उपाय करने में कोई बुराई नहीं है परंतु उससे विपत्ति नाश हो ही जाएगी ये दावे से नहीं कहा जा सकता। क्योंकि उसमें अत्यंत सीमित व शुद्ध शक्ति होती है। यदि प्रयास के साथ साथ ईश्वर की महानता पर भी विश्वास हो तो निश्चय ही हम दुखों से मुक्त हो सकते हैं। अतः प्रतिकूल परिस्थितियों में जब चारों ओर केवल निराशा और घोर अंधकार ही दिखाई दे, अशांति  की भयानक आँधी हो उस समय पूर्ण दृढ़ विश्वास के साथ प्रभु चिंतन करते हुए चिंताओं का परित्याग करके अपना कर्म करो। अपने सुख दुख संसारिक प्राणियों के सामने रोने के बजाय सद्गुरु या परमात्मा के सामने ही रोने चाहिए।

यह भी पढ़ें 👉  श्रद्धा व आस्था के साथ मनाया जाएगा श्री गुरु नानक देव जी का 556 वाँ प्रकाश पर्व

महाराज श्री ने कहा कि अंतर्दृष्टि (दिव्य नेत्र) खुलने पर परमात्मा या आत्मा का स्वरूप दिखाई देगा। बाह्य चर्म नेत्रों से बाह्य चर्म इत्यादि ही दिखता है। वह दिव्यदृष्टि या तो प्रभु कृपा करके दे दें जैसे अर्जुन द्वारा विराट रूप देखने की इच्छा ज़ाहिर करने पर प्रभु कहते हैं कि इन नेत्रों से तो मेरे उस स्वरूप को ही नहीं देख सकता इनसे तो सभी देख रहे हैं किसने पहचाना ?  “तुझे दिव्य नेत्र प्रदान करता हूँ उनसे तू देख मुझे”। या गुरु कृपा से प्राप्त हो सकते हैं जैसे व्यास जी संजय को प्रदान करते हैं। या ऐसा भक्त या संत दे सकता है जैसे बाह्य नेत्र ना होने के बावजूद धृतराष्ट्र को संजय ने सारा वृतांत बता दिया व दिखा दिया। 

यह भी पढ़ें 👉  खराब सड़को को लेकर शुरू धरने के दौरान कांग्रेस और भाजपा प्रदेश प्रवक्ता आये आमने-सामने, आरोप प्रत्यारोप के बीच हुई तीखी बहस 

अपने दिव्य व ओजस्वी प्रवचनों में उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति की बुद्धि अज्ञान के अंधकार से ढक जाती है वह व्यक्ति परिणाम ,हानि, हिंसा या अपनी क्षमता का विचार ना करके मनमाने कर्म करता हुआ निकृष्ट गति की ओर जाता है। वह अधर्म को धर्म समझता है हानि में लाभ, पतन में उन्नति, असंतोष में सुख को मान बैठता है। वह कर्तव्य के स्थान पर अधिकार और त्याग के स्थान पर भोग को महत्व देता है। उसके सभी कार्य अनर्गल, अवैध व आसुरी भावना से संपन्न हो जाते हैं।

यह भी पढ़ें 👉  गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा कमेटी काठगोदाम ने किया प्रथम प्रभात फेरी का भव्य स्वागत 

Join our whatsapp group

https://chat.whatsapp.com/GNmgVoC0SrIJYNxO5zGt0F

Join our telegram channel:

https://t.me/joinchat/YsCEm7LVdWtiYzE1

इस दौरान उपस्थित भक्तों ने सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग के साथ महाराज श्री के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

हमारे पोर्टल में विज्ञापन एवं समाचार  के लिए कृपया हमें   [email protected]  ईमेल करें  या 91-9719566787 पर संपर्क करें।

विज्ञापन

Ad Ad Ad Ad Ad Ad

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -

👉 हमारे समाचार ग्रुप (WhatsApp) से जुड़ें

👉 हमसे फेसबुक पर जुड़ने के लिए पेज़ को लाइक करें

👉 ख़बर सच है से टेलीग्राम (Telegram) पर जुड़ें

👉 हमारे पोर्टल में विज्ञापन एवं समाचार के लिए कृपया हमें [email protected] पर ईमेल करें या +91 97195 66787 पर संपर्क करें।

TAGS: Haldwani news nainital news Sri Hari Chaitanya Mahaprabhu Uttrakhand news

More Stories

शिक्षा-आध्यात्म

मात्र रावण आदि के पुतले दहन ही नहीं अंतर की अस्मिता को भी त्यागने का संकल्प लें – श्री हरि चैतन्य महाप्रभु  

ख़बर शेयर करें -

ख़बर शेयर करें –    खबर सच है संवाददाता   10 दिवसीय विराट धर्म सम्मेलन में महाराज श्री के दर्शनार्थ व दिव्य प्रवचन सुनने उमड़ा अपार जनसैलाब    “कामां के कन्हैया” व “लाठी वाले भैय्या” की जय जयकार से गूंज उठा सारा वातावरण    रामनगर। प्रेमावतार, युगदृष्टा, श्री हरि कृपा पीठाधीश्वर व विश्व विख्यात संत […]

Read More
शिक्षा-आध्यात्म

शरीर की स्थिति नाड़ी से व समाज की स्थिति नारी से पता चलती है – श्री हरि चैतन्य महाप्रभु  

ख़बर शेयर करें -

ख़बर शेयर करें –    खबर सच है संवाददाता   मां जगदंबा के पूजन व दर्शनार्थ लगातार हरि कृपा आश्रम चित्रकूट पहुंच रहें महाराज श्री के अनेकानेक भक्त   रामनगर।  प्रेमावतार, युगदृष्टा, श्री हरि कृपा पीठाधीश्वर व विश्व विख्यात संत श्री श्री 1008 स्वामी श्री हरि चैतन्य पुरी जी महाराज ने यहां श्री हरि कृपा […]

Read More
शिक्षा-आध्यात्म

कन्या भ्रूण हत्या मानवता के लिए क़लंक – श्री हरि चैतन्य महाप्रभु 

ख़बर शेयर करें -

ख़बर शेयर करें –    खबर सच है संवाददाता   रामनगर। प्रेमावतार, युगदृष्टा, श्री हरि कृपा पीठाधीश्वर व विश्व विख्यात संत श्री श्री 1008 स्वामी श्री हरि चैतन्य पुरी जी महाराज ने आज यहाँ श्री हरि कृपा आश्रम में उपस्थित विशाल भक्त समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि जिस राष्ट्र में वर्ष में दो […]

Read More