खबर सच है संवाददाता
देहरादून। परेड ग्राउंड पर कार्यक्रम की अनुमति नहीं मिलने पर कांग्रेस ने भाजपा को निशाने पर लिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के 28 जनवरी को देहरादून में प्रस्तावित कार्यक्रम के लिए परेड ग्राउंड की अनुमति नहीं मिलने पर पार्टी ने भाजपा पर प्रहार किए। यह आरोप लगाते हुए एआईसीसी सदस्य व उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि जिला प्रशाशन ने भाजपा सरकार के दबाव में परेड ग्राउंड की अनुमति नहीं दी।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि यह अलोकतांत्रिक है व जिस प्रकार से देश भर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के कार्यक्रमों में व्यवधान डाला जा रहा है उससे प्रतीत हो रहा है कि देश में अघोषित आपातकाल लगा दिया गया है। आने वाले दिनों में देश तानाशाही की तरफ अग्रसर हो रहा है। धस्माना ने खड़गे के कार्यक्रम के लिए परेड ग्राउंड की अनुमति न दिए जाने पर उत्तराखंड सरकार व जिला प्रशासन की आलोचना की। धस्माना ने कहा कि जिला अधिकारी को कार्यक्रम की अनुमति के लिए लिखित आग्रह किया गया। उन्होंने अनुमति के लिए असमर्थता दर्शाते हुए कहा कि आप सरकार से बात कर लें जिस पर प्रदेश नेतृत्व ने शहरी विकास मंत्री से बात की तो उन्होंने कहा कि वे ऊपर से बात कर के बताएंगे।
धस्माना ने कहा कि जब उत्तराखंड में व केंद्र में कांग्रेस की सरकारें थीं तब भाजपा के अनेक कार्यक्रमों के लिए परेड ग्राउंड दिया जाता रहा। जबकि पिछले चार महीनों में ही जिला प्रशासन ने एक दर्जन बार अलग अलग राजनैतिक अराजनीतिक कार्यक्रमों के लिए अनुमति दी तो आज देश की सबसे पुरानी पार्टी कॉंग्रेस को कार्यक्रम करने के लिए जिला प्रशासन कैसे मना कर सकता है। यह भाजपा व भाजपा सरकारों की मोडस ऑपरेंडी का हिस्सा है और जिस तरह राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को बाधित किया जा रहा है उसी तर्ज पर अब कांग्रेस के राजनैतिक कार्यक्रमों को बाधित करने के लिए तरह तरह के हथकंडे भाजपा व भाजपा की सरकारें अपना रही हैं। असम में 22 जनवरी को राहुल गांधी को अनुमति होने के बावजूद मंदिर में दर्शनों के लिए नहीं जाने दिया गया, फिर 23 जनवरी को उनके विश्विद्यालय में लगे कार्यक्रम को विवि प्रशासन पर दबाव बना कर निरस्त कर दिया गया और फिर गुहावटी में उनको प्रवेश करने से रोक कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया गया। जिससे यह स्पष्ट रूप से दिखाई देता है कि भाजपा कांग्रस के प्रति लोगों के बढ़ते समर्थन से घबराई हुई है। कांग्रेस भाजपा की इस तानाशाही के आगे झुकने वाली नहीं है। पार्टी 28 जनवरी व उसके अलावा अपने सभी प्रस्तावित कार्यक्रम आयोजित करेगी चाहे हमको सड़क पर बैठ कर अपने कार्यक्रम आयोजित क्यों न करने पड़ें। प्रेस वार्ता में प्रदेश कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी उपस्थित रहीं।