खबर सच है संवाददाता
सोनीपत। विजिलेंस की टीम हरियाणा के सोनीपत में ने सेंट्रल जीएसटी के इंस्पेक्टर को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया है। वह कारोबारी से जीएसटी नंबर की वेरीफिकेशन के बदले में रिश्वत ले रहा था। उसके पास से विशेष नंबरों के वे नोट बरामद कर लिए गए, जोकि विजिलेंस टीम ने शिकायतकर्ता को दिए थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के एक व्यक्ति को कारोबार के लिए जीएसटी नंबर की जरूरत थी। उसने जीएसटी के लिए आवेदन किया था। उसका वेरीफिकेशन जीएसटी के केंद्रीय कार्यालय से किया जाना था। उसके लिए कारोबारी ने जीटी रोड स्थित केंद्रीय जीएसटी कार्यालय पर संपर्क किया। वहां पर उसकी मुलाकात जीएसटी इंस्पेक्टर पीयूष कुमार से हुई।आरोप है कि पीयूष ने उससे जीएसटी नंबर की वेरीफिकेशन करने के बदले में पांच हजार रुपये की मांग की। व्यक्ति ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि जीएसटी नंबर का वेरीफिकेशन निशुल्क होता है। उसके बाद उसने विजिलेंस इंस्पेक्टर फूलकुमार को शिकायत दी। विजिलेंस ने शिकायत के बाद कार्रवाई शुरू कर दी। इसके तहत व्यक्ति को पांच हजार रुपये के नोट दिए गए। पांच-पांच सौ के नोटों के नंबर नोट करके मजिस्ट्रेट से स्वीकृत करा लिए गए। उसके बाद विशेष पाउडर लगाकर नोट व्यक्ति को दे दिए गए। व्यक्ति गुरुवार दोपहर बाद जीएसटी कार्यालय पहुंचा। पीयूष ने उसको पार्किंग में बुला लिया। पार्किंग में जब व्यक्ति ने उसे रुपये दिए तो विजिलेंस की टीम ने उसको दबोच लिया। टीम ने उसके पास से पांच हजार रुपये बरामद किए।
विजिलेंस के प्रभारी निरीक्षक फूलकुमार ने बताया कि एक व्यक्ति से जीएसटी वेरीफिकेशन के नाम पर पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी। शिकायत मिलने पर आरोपी इंस्पेक्टर को रंगे हाथ काबू कर लिया। उसको शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।