उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के मुताबिक, इस ट्रेन में 280 यात्री टनकपुर रेलवे स्टेशन पर उतरेंगे। यहां उनका स्वागत पारंपरिक भारतीय तरीके आरती, टीका लगाकर एवं पुष्प वर्षा से किया जाएगा। 11 दिन और 10 रात की यात्रा में यात्री नैनीताल, भीमताल, अल्मोड़ा, चैकोरी, पूर्णागिरी मंदिर, हाट कालिका मंदिर, सूर्य मंदिर कटारमल, कैंची धाम, चितई गोलू देवता, जागेश्वर धाम, शारदा घाट, पाताल भुवनेश्वर मंदिर, नानकमत्ता गुरुद्वारा चंपावत आदि विभिन्न क्षेत्रों में जाएंगे। ट्रेन का सफर 3एसी का है, जहां पर्यटकों की सुविधा बढ़ाने के लिए एक कूपे में केवल चार बर्थ बुक की गई हैं। ट्रेन के बाहर उत्तराखंड की समृद्ध प्राकृतिक, सांस्कृतिक, स्थापत्य और आध्यात्मिक विरासत प्रदर्शित की गई है। पैंट्री कार कोच पर उत्तराखंडी व्यंजनों को दर्शाया गया है। दूसरे कोच पर राज्य के विभिन्न परिधान पहने हुए लोग हैं। डिब्बों पर विभिन्न मंदिरों व अन्य महत्वपूर्ण स्थानों को भी दर्शाया गया है। ट्रेन में एक वातानुकूलित पैंट्री कार है, जो यात्रा के दौरान पर्यटकों को उत्तराखंडी व्यंजन परोसेगी। टनकपुर में उतरने के बाद यात्रियों को कई गंतव्यों तक ले जाया जाएगा, जहां वे होटल, होम स्टे में रुकेंगे। पिछले दिनों पर्यटन विकास परिषद ने रेलवे के साथ इस संबंध में एमओयू साइन किया था, जिसके तहत रेलवे ने प्रति यात्री इस यात्रा के लिए 28 हजार 20 रुपये का पैकेज दिया है। पर्यटन विकास परिषद के मुताबिक, मानसखंड मंदिर माला की अगली यात्रा पुणे से ही 22 मई को प्रस्तावित है। इसके लिए बुकिंग शुरू हो चुकी है। यात्रा के इच्छुक लोग वेबसाइट
www.irctctourism.com/bharatgaurav पर बुकिंग करा सकते हैं।