खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। ओहदे के अनुरुप रुतबा बनाने के वास्ते कभी-कभी घर कमाई भी दांव पर लग जाती है। जिसका जीता-जागता उदाहरण आज देखने को मिल रहा है। पूर्व में दर्जा धारी मंत्री ने समाज के अनुकूल बनने हेतु ऋण तो ले लिया पर चुकाने के वास्ते कमाई नहीं कर पाएं और अब घर के रहे न घाट के। परिणाम स्वरूप बैंक का लोन चुकता नहीं कर पाने पर बैंक ने पूर्व दर्जाधारी के घर पर सरकारी ताला लगा दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व दर्जाधारी को बैंक के करीब 18 लाख 40 हजार रुपये चुकाने थे। लिहाजा बैंक ने न्यायालय की शरण ली और न्यायालय के आदेश पर यह कार्रवाई करते हुए घर में रहने वाले परिजनों को बाहर करते हुए पूर्व दर्जाधारी मंत्री जी के आवास पर सरकारी ताला ठोक दिया। उन्होंने यह ऋण बैंक से करीब 10 साल पहले लिया था, लेकिन नियमित किस्तों का भुगतान नहीं किया। वर्तमान समय में उन्हें बैंक के 18 लाख 40 हजार रुपये चुकाने थे। लोन चुकता करने के लिए बैंक की ओर से कई बार नोटिस भी दिए गए, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। लिहाजा पुलिस और बैंक के अधिकारी पूर्व मंत्री के गौजाजाली स्थित आवास पर पहुंचे। इस दौरान वहां पर मौजूद पूर्व मंत्री की पत्नी, बेटे और एक बेटी ने टीम का विरोध भी किया लेकिन पुलिस के आगे उनकी नहीं चल पाई और बैंक ने मकान सील कर दिया।