खबर सच है संवाददाता
नैनीताल। किसी खुराफाती ब्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया में जिलाधिकारी नैनीताल के नाम से 28 जुलाई 2022 को जारी फर्जी आदेश “जनपद के सभी इंटरमीडिएट तक के विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में भारी बरसात के चलते 29 जुलाई को अवकाश रहेगा” डाले जाने पर आज तमाम सरकारी स्कूलों में हो गया अवकाश।
गौरतलब हो कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी आदेश की सत्यता जाने बगैर उसे तमाम विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों तक पहुंचा दिया। यह आदेश आज शुक्रवार की प्रातः ही सर्कुलेट हुआ। जिसके चलते आज तमाम सरकारी स्कूलों में अवकाश हो गया है। बताते चलें कि उक्त आदेश में 29 जुलाई दिन शनिवार लिखा गया है, जबकि आज शुक्रवार है। बावजूद शिक्षा विभाग के काबिल और जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा आदेश की सत्यता जानने की कोशिश नहीं की गई। उक्त आदेश जनपद के समस्त निजी स्कूलों तक नहीं पहुंचा जिसके चलते कुछ एक को छोड़ कर अधिकांश निजी स्कूल खुले रहे, परंतु अधिकांश सरकारी विद्यालयों के बच्चे स्कूल से अपने घरों को बैरंग लौट चुके हैं। इस संबंध में जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने कहा कि जिस व्यक्ति द्वारा यह हरकत की गई है उसके खिलाफ अवश्य ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने मामले की जांच के आदेश देते हुए कहा कि इस तरह का भ्रम फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा। फिलहाल किसी खुराफाती द्वारा की गई इस हरकत से बच्चों का 1 दिन का पठन-पाठन का कार्य बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संगठन के मंत्री डिगर सिंह पडियार ने कहा कि इस तरह का भ्रम फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि बच्चों के लिए एक-एक दिन की पढ़ाई बहुत ही मायने रखती है इस तरह की हरकत करने वाले अवश्य ही सलाखों के पीछे जाने चाहिए।