
खबर सच है संवाददाता
धारी। बीते 29 अक्टूबर से लापता चल रहे एक युवक का शव पुलिस ने बरामद किया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पट्टी तल्ला कांडा में राजस्व उपनिरीक्षक को शोयब आलम पुत्र स्व. जहीर मियां, निवासी चंपारण बिहार द्वारा अपने भाई तबरेज आलम पुत्र जहीर मियां की 13 दिसंबर को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने रिपोर्ट में बताया कि उसका भाई बीते 29 अक्टूबर से ग्राम कचिलाकोट, पट्टी तल्ला कांडा धारी से गायब हो गया है। जिसपर राजस्व उपनिरीक्षक द्वारा गुमशुदगी दर्ज कर जांच की गई। तहरीर में मृतक के भाई ने अवगत कराया गया कि उसका भाई तबरेज आलम मूल निवासी- चंपारण बिहार संतू बैठा मूल निवासी चंपारण बिहार के ग्राम कचिलाकोट में स्थानीय स्तर पर रूई एवं रजाई गद्दों का कार्य करता था। जिसका 29 अक्टूबर से कोई पता नहीं है। उसका फोन भी लगातार बंद आ रहा है। गुमशुदगी दर्ज होने के बाद राजस्व उपनिरीक्षक द्वारा जांच, खोजबीन एवं स्थानीय स्तर पर पूछताछ की गई।
शनिवार को राजस्व उपनिरीक्षक द्वारा ग्राम कचिलाकोट के स्थानीय निवासी यशोदा देवी व उसके पति महेश सिंह से भी इस संबंध में पूछताछ की गई। जिसपर दोनों ने स्वीकार किया कि गुमशुदा व्यक्ति के साथ रह रहे चंपारण, बिहार निवासी संतू बैठा द्वारा गुमशुदा तबरेज की हत्या की गई थी। जिसे उन्होंने देवकी देवी पत्नी माधव सिंह के साथ मिलकर मृतक के साथी संतू बैठा के कहने पर उसके साथ मिलकर जमीन में गड्ढ़ा खोदकर गांव के समीप ही गाड़ दिया गया। पुलिस ने यशोदा देवी एवं महेश सिंह की निशानदेही पर मृतक के भाई की उपस्थिति में गड्ढा खोद कर शव बरामद कर लिया है। साथ ही मृतक के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम की कार्यवाही करने के साथ ही वारदात में शामिल सभी लोगों के खिलाफ हत्या एवं घटना के साक्ष्य छिपाने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई की गई।


