खबर सच है संवाददाता
द्वाराहाट। अल्मोड़ा जिले की द्वाराहाट विधानसभा में चुनाव से ठीक पहले एक पोस्टर ने राजनीतिक हल्कों में हलचलें तेज कर दी है। पोस्टर को लेकर सब दबी जबां में चर्चा तो कर रहे है, लेकिन खुलकर कोई नहीं बोल रहा है। प्रशासन अब इसकी जांच करवाने की बात कह रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार द्वाराहाट विधानसभा के लोग सोमवार की सुबह जब जागे तो उन्हें अपने आस-पास एक पोस्टर लगा हुआ दिखा। पोस्टर में एक चित्र बना हुआ है जिसमें एक मां अपने बच्चे को गोद में लिए हुए है। इस पोस्टर में “मम्मी मेरे पापा कौन’? के साथ ही ऐसे में कैसे बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ लिखा हुआ था। यह पोस्टर घिंघारीखाल चुंगी से गगास, कफड़ा, जालली, द्वाराहाट सभी जगहों पर लगाए गए हैं। इस पोस्टर में न तो प्रिंटिंग प्रेस का नाम, न ही मुद्रक का नाम है और न ही प्रकाशक का नाम अंकित है। केवल द्वाराहाट विधानसभा में लगे इस पोस्टर के कई राजनीतिक मायने लगाते हुए लोग मुख्य राजनीतिक दलों पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं, लेकिन यह पोस्टर यहां किसने लगाए और किसके कहने पर लगाए गए है इसका अभी तक कोई पता नही लग पाया है। हालांकि प्रशासन के संज्ञान में आने के बाद पूरे मामले की जांच की जा रही है।
बताते चलें कि द्वाराहाट के विधायक महेश नेगी पर एक महिला ने यौन उत्पीड़न का मामला लगाया था। बीते शनिवार को यौन उत्पीड़न के आरोप में फंसे द्वाराहाट के भाजपा विधायक महेश नेगी की ओर से डीएनए टेस्ट के आदेश पर रोक लगाने के लिए दायर की गई याचिका का हाईकोर्ट ने निपटारा कर दिया था। अदालत के आदेश पर की गई जांच में जांच अधिकारी की ओर से पेश अंतिम रिपोर्ट के मद्देनजर कोर्ट ने याचिका निपटा दी। इधर क्लीन चिट मिलने के दूसरे दिन ही उनकी विधानसभा में यह पोस्टर चश्पा कर दिया गया। जिसको लेकर हर मोहल्ले में चर्चाएं खास हो रही है, लेकिन कोई राजनीतिक दल के नेता इसमें खुलकर बोलने को तैयार नही दिख रहे है।
बेशक प्रशासनिक स्तर पर एसडीएम द्वाराहाट जयर्वधन शर्मा यह कहते दिखे कि पोस्टर की जानकारी मेरे संज्ञान है। जो भी कार्रवाई होगी वह आचार संहिता लगने के बाद ही की जाती है। वैसे सरकारी संस्थानों में अगर इस तरह के पोस्टर लगाए गए है तो उन्हें हटाने के निर्देश दिए गए हैं।