खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। नगर निगम द्वारा अतिक्रमण पर लगातार कार्यवाही के बाद अब हल्द्वानी के महापौर ने विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं राजधर्म का पालन कर रहा हूं, अतिक्रमण हटाना नगर निगम के अधिकारों में आता है और शहर की फिजा बदलने और शहर को सुनियोजित विकास की तरफ ले ले जाने के लिए इस तरह की कार्रवाइयां चलती रहनी चाहिए। जिन लोगों ने कब्जे किये हों ऐसा नहीं है की 20 या 30 साल से उस जगह पर बैठकर वो लोग अतिक्रमणकारी की श्रेणी में नहीं आते हों। उन्होने इस पूरे मामले में कांग्रेस को निशाना साधते हुए कहा की यह उन लोगों का दोष है जिन्होंने राजनीती की आड़ में सहारा दिया।
मेयर ने कहा की राजनितिक महत्वाकांक्षा और अधिकारियों की ही उदासीनता होती है जो अतिक्रमण करवाती है। उन्होंने कहा अब उत्तराखंड सरकार और नगर निगम का साफ़ तौर पर मकसद है की शहर में अवैध अतिक्रमण को बिलकुल भी बर्दास्त नहीं किया जायेगा। जो लोग आलोचना कर रहे हैं और मुझ पर आरोप लगा रहे हैं, वह ये न बताए की राजधर्म क्या होता है। मैं अपने राजधर्म का भली भांति पालन कर रहा हूँ। साथ ही चुटकी लेते हुए उन्होने कहा की अगर अतिक्रमणकारी कांग्रेस के चहेते हैं तो उसमें मेरा क्या दोष है।
हल्द्वानी मेयर जोगिंदर पाल सिंह रौतेला ने स्पष्ट तौर पर इस बात को कहा की नेतागण यह कह रहे हैं की जमीन नगर निगम की है तो उनको मैं बताना चाहता हूं नगर निगम की कोई जमीन नहीं होती है। जमीन पर मालिकाना हक उत्तराखंड सरकार का है। जमीन राज्य सरकार के अंतर्गत होती है। ज़मीनों का मालिकाना हक राज्य सरकार का होता है और प्रबंधन नगर निगम का होता है।