खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। समाज के उत्थान में अपना अतुलनीय योगदान देने के लिए हमारा देश राजा राम मोहन राय, दयानंद सरस्वती, विनोभा भावे, मदर टेरेसा जैसे अन्य कई महान समाज सुधारकों का हमेशा ऋणी रहेगा। वर्षों पहले समाज सुधार के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों की चमक से आज भी हमारा समाज प्रकाशमान है। ऐसे ही महापुरुषों का अनुकरण करते हुए बरेली डायसेस से सम्बद्ध सोशियल सर्विस सेंटर “सुचेतना” भी मजदूरों एवं समाज में उपेक्षित कूड़ा बीनने वाले बच्चों के उत्थान एवं महिला सशक्तीकरण हेतु विगत 20 वर्षों से “अपना घर शिक्षा केन्द्र” संचालित करते हुए कर रही है।
सुचेतना के निदेशक फादर डेरिक पिंटो ने बताया कि उनकी संस्था उत्तर प्रदेश के 3 जिलों के साथ ही कुमाऊँ मंडल के 6 जिलों में लगभग 20 वर्षों से 700 स्वयं सहायता समूह के माध्यम से न सिर्फ असहाय एवं दुर्बल वर्ग को शिक्षा, कपड़ा एवं खाना दे रही वरन इन स्वयं सहायता समूहों के जरिये किशोरों एवं महिला सशक्तीकरण हेतु टेलरिंग एवं रोजगार सेंटर भी संचालित कर रही है। हल्द्वानी के ढोलक बस्ती में “अपना घर शिक्षा केन्द्र” में लगभग 40-45 बच्चों की शिक्षा एवं खाने की ब्यवस्था के साथ ही महिलाओं हेतु टेलरिंग सेंटर भी “सुचेतना” संस्था द्वारा विगत कई वर्षो से संचालित किया जा रहा। जिसमें प्रारम्भिक शिक्षा के बाद बच्चों को राजकीय स्कूलों में भर्ती कराया जाता है। हालांकि कोरोना महामारी के दौरान इसे कुछ समय हेतु बन्द रखना पड़ा था, लेकिन गुरुवार (कल) से इसे पुनः संचालित किया जायेगा। इसके साथ ही संस्था के काठगोदाम स्थित कार्यालय के समीप ही नैनीताल मुख्य मार्ग पर बुधवार (आज) 11:30 से 2 बजे तक प्रतिदिन जरूरत मन्दों हेतु निशुल्क अन्न वितरण शुरू किया जा रहा है।
बताते चलें कि सोशियल सर्विस सेंटर “सुचेतना” ने विगत कई समय से एक अन्य सामाजिक संस्था “गो ग्रीन गो क्लीन” को पर्यावरण संरक्षण हेतु घर-घर से प्लास्टिक कचरे को एकत्र करने हेतु पर्यावरण एम्बुलेंस भी उपलब्ध कराई है, जो लगभग चार हजार घरों से प्लास्टिक कचरे को एकत्र कर रही है।