खबर सच है संवाददाता
देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ की टीम ने घोड़ासन/ चादर गैंग के सरगना कुख्यात संतोष जायसवाल को दिल्ली से गिरफ्तार किया है जो पिछले लंबे समय से फरार चल रहा था पुलिस ने आरोपी पर 1.25 लाख रुपए का इनाम रखा था आरोपी के गैंग ने हरिद्वार और उधम सिंह नगर के प्राइम एप्पल शोरूम से लाखों रुपए के मोबाइल, लैपटॉप, आईपैड पर हाथ साफ किया था आरोपी उत्तराखंड के अलावा विभिन्न राज्यों में चोरी की घटना को अंजाम दे चुका है।
एसटीएफ टीम ने हरिद्वार से 2018 और उधम सिंह नगर से 2019 से फरार घोड़ासन- चादर गैंग का सवा लाख रुपए के इनामी बदमाश संतोष जायसवाल को गिरफ्तार किया है आरोपी बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासन गांव का रहने वाला है जो दिल्ली में भी बड़ी घटना घटित करने की तैयारी कर रहा था। एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया गया कि पिछले तीन माह से घोड़ासन गैंग/चादर गैंग के सदस्यों पर एसटीएफ की ओर से योजना बनाकर कार्य किया जा रहा था। घोड़ासन गैंग के कई सदस्य काफी समय से वांछित चल रहें हैं। इस गैंग ने हरिद्वार में वारदात को अंजाम देने के बाद उधमसिंह नगर में भी चोरी को अंजाम दिया। इस गिरोह के फरार आरोपी संतोष जायसवाल पुत्र गोरी शंकर निवासी ग्राम घोडासन थाना घोडासन जिला चंपारण पर हरिद्वार से 1 लाख का इनाम तथा रूद्रपुर, उधम सिंह नगर से 25000 रूपये का इनाम घोषित किया गया है। वह पिछले 4 सालों से थाना वांछित चल रहा था। दोनो जनपदों की पुलिस इस अपराधी को पिछले चार वर्षो से इस अभियुक्त की तलाश कर रही थी, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो पायी थी। सूचना मिली कि संतोष जायसवाल अपने गिरोह सहित दिल्ली, गुरुग्राम या नोएडा में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। इस पर एसटीएफ देहरादून से एक टीम 10 फरवरी 23 को नई दिल्ली पहुंची। उसे 11 फरवरी 2023 को दुर्गापुरी एक्सटेंशन दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।
अपराध का तरीका
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि पूर्वी चंपारण बिहार के पास रहने वाले घोडासन गैंग/चादर गैंग के सदस्यों ने सम्पूर्ण भारत वर्ष में आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया है। इस गैंग के सदस्य गिरोह बनाकर अपने राज्य से बाहर अलग अलग राज्यों के बड़े शहरों में अपना गैंग लेकर चलते हैं। वे शहर के बाहर होटल किराए पर लेते हैं। फिर उस शहर में किसी बड़ी ब्रान्डेड मोबाईल फोन/इलैक्ट्रानिक गैजेट्स की कम्पनी के शोरूम को चिह्नित करते हैं। उसके बाद रात्रि में उस शोरूम के बाहर चादर लगाकर गिरोह के सदस्य खड़े होते हैं। इस चादर की आड़ में एक सदस्य शोरूम का शटर उठाकर अन्दर जाता है। वहां से लाखों रूपये के कीमती मोबाईल फोन, लैपटाप आदि मंहगे गैजेट्स को चोरी कर गैंग के सदस्यों के साथ फरार हो जाते हैं। फिर ये चोरी गये मोबाईल फोन व अन्य कीमती इलेक्ट्रानिक सामान को नेपाल जाकर बेच देते हैं।