खबर सच है संवाददाता
देहरादून। राज्य में जमीनों की खरीद-फरोख्त में हो रहे फर्जीवाड़ों पर रोक लगाने के लिए स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग ने ‘स्वभूमि’ मोबाइल ऐप को पायलट आधार पर लॉन्च किया है। इस ऐप की मदद से कोई भी व्यक्ति यह जांच सकता है कि जमीन किसके नाम पर है, उसका वास्तविक क्षेत्रफल कितना है, उसकी स्थिति क्या है और उसकी कीमत क्या है।
वित्त सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि यह ऐप भूमि से जुड़ी पारदर्शिता बढ़ाएगा और लोगों को फर्जीवाड़े से बचाएगा। जल्द ही इसे पूरे राज्य में विधिवत रूप से लॉन्च किया जाएगा।
इस ऐप में जमीन के मालिक की जानकारी, जमीन के आकार और स्थिति की जानकारी, संपत्ति मूल्य और स्टांप शुल्क का विवरण, पेपरलेस रजिस्ट्रेशन की सुविधा, हाउस टैक्स, बिजली और पानी के बकाया बिल की जानकारी, दस्तावेज़ों को अपलोड कर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करना,स्टांप विभाग ने इसे शहरी विकास विभाग, जल संस्थान और यूपीसीएल से भी जोड़ दिया है, जिससे संपत्ति खरीदने से पहले उसकी पूरी जानकारी ली जा सकती है।
रजिस्ट्री कराने वालों को अब दस्तावेज लेकर कार्यालय जाने की जरूरत नहीं होगी, सिर्फ ऑनलाइन अपलोड करना होगा और तय समय पर कार्यालय जाकर औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी। अधिकारियों का कहना है कि यह ऐप भूमि लेनदेन को पारदर्शी और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।




