editorial
छात्र राजनीती या फिर गुंडा तैयार करने की पाठशाला
मनोज कुमार पांडे उत्तराखंड में लिंगदोह कमेटी की सिफारिशो के बावजूद छात्र संघ चुनाव गुंडागर्दी का अखाड़ा बन कर रह गया है। जहां लगातार हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं। चुनाव के दौरान कभी छात्र गुट कॉलेज परिसर पर भीड़ जाते है तो कभी कॉलेज परिसर से बाहर सरफुटब्बल की नौमत आ जाती […]
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विज्ञान और मानव: एक अद्वितीय सम्बन्ध- डॉ भारत पाण्डे
विज्ञान और मानव: एक अद्वितीय सम्बन्ध -डॉ भारत पाण्डे खबर सच है संवाददाता विज्ञान और मानव के बीच एक अद्वितीय सम्बन्ध है। मानव अपनी सृजनशीलता और विचारशक्ति के माध्यम से विज्ञान की प्रगति को बढ़ावा देता है, और विज्ञान मानव को नए आविष्कारों और तकनीकी उन्नति का लाभ देता है। इसलिए, विज्ञान और मानव के […]
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माँ के वजूद को बचाते हुए सुपर हीरो साबित हुए सुमित
याद आता है वो समय जब विधानसभा चुनाव 2017 में अपनो ने ही किले बंदी कर आयरन लेडी डॉ इंदिरा के रास्ते रोकने की कोशिश की थी, क्योंकि डॉ इंदिरा सिर्फ राजनीती की कुशल नहीं वरन प्रदेश नेतृत्व के लिए भी शीर्ष पर थी। लिहाजा कांग्रेस के ही लोगो को लगने लगा था कि डॉ […]
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हरदा से हारदा बने पूर्व सीएम ले डूबे प्रदेश में कांग्रेस को
कहते है बड़े बोल और स्वयं की स्वार्थ सिद्धि लीडर ही नहीं वरन उसके नेतृत्व में खड़े लोगो को भी ले डूबती है और ऐसा ही उत्तराखण्ड में भी देखने को मिला। मै, मेरी बेटी, और पूर्व में मेरी पत्नी, हरदा (बेशर्मी से हारे हारदा) की राजनीतिक महत्वाकाक्षा का ही नतीजा है। पिछले चुनाव में […]
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कर्क राशि में चंद्रमा के चलते 2012 जैसी ही तस्वीर उभर कर सामने आ सकती है
मत पेटी सील हो गई अब जीत किसकी और हार किसकी यह तो आने वाला दिन ही बतायेगा, लेकिन ज्योतिष शास्त्रों का अंक गणित कह रहा कि अबकी बार फिर से 2012 जैसी ही तस्वीर उभर कर सामने आ रही है। मतलब कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में उभर कर सरकार बनाने की […]
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डॉ इंदिरा के विकास से प्रभावित जनता बोली “मॉ के अधूरे सपने बेटा करेगा पूरे”
सेवा के संकल्प के साथ विकास की पर्याय रही डॉ इंदिरा के दृष्टिकोण से हर कोई वाकिफ है। डॉ इंदिरा ने ना सिर्फ विकास को तबज्जो दी वरन यहां के लोगो के लिए एक मजबूत संरक्षक भी रही। यही वजह है कि आज जन मानस की जुबां पर “मॉ के अधूरे सपने बेटा करेगा पूरे” का […]
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इस दौर में इंसान का चेहरा नहीं मिलता….
प्रसिद्व कूटनीतिज्ञ एवं दार्शनिक चाणक्य ने कहा था कि “जिस प्रकार जिह्वा के लिए परखे हुए शहद का स्वाद न लेना असंभव है,उसी प्रकार सत्ता से चिपके नेता के लिए जनता एवं विकास को नजरअंदाज कर राजस्व के अंश व सत्ता सुख का स्वाद न लेना असंभव है।” हमारा इतिहास बताता है कि रामायण-महाभारत कालों […]
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अपने ही गिराते है चिलमन में बिजलियां…
भेड़तन्त्र में नेता कितने वजन और कितने चुपड़े चेहरे का है जनता का इससे न कभी सरोबार रहा और नहीं रहेगा, क्योंकि वर्तमान परिपेक्ष्य में शागिर्द एवं सिपहसालार ही नेता की समयानुकूल वैल्यू को जनता के समक्ष रखने में महत्वपूर्ण घटक होते है। पियादा बना नेता के लिए वजीर की भूमिका अदा कर रहे शागिर्द […]
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लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है…
कभाड़ की गाड़ियों को ढ़ोने के लिए क्रेन मंगाते है यह तो खूब सुना है, लेकिन कभाड़ की क्रेन सड़क से गाड़ी उठा कर गंतब्य तक ले जाए क्या मुमकिन है? ऐसा ही कुछ आज मीडिया की सुर्खियां बना वक्तब्य उनके मुखारबिंद से सुनने को मिल रहा है, जिनका खुद का अस्तित्व नहीं। फील्ड पर खेल […]
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वो इस कमाल से खेला था इश्क की बाजी…
पहले हरदा का रणजीत के दुर्ग रामनगर में चुनावी ताल ठोकना फिर चौकाने वाले अंदाज में बागियों के गल बाहें डालते हुए पूर्व महिला प्रत्याशी की जगह स्वयं लालकुआं के रण में कूदना, आमजन को बेशक सामान्य सी बात लगती हो, लेकिन हकीकत में यह एक सोची समझी राजनीती का हिस्सा रहा है। 2017 के […]
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