खबर सच है संवाददाता
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ में वर्षों से निवास कर रहे संत ललित रामदास जी महाराज ने कहा कि पायलट की हठ ने छह यात्रियों की जान ले ली। बताया कि पहले हेलीकॉप्टर में पांच यात्रियों को बिठाया गया था। इसके बाद हेलीकॉप्टर टेकऑफ करने लगा। लेकिन फिर, हेलीकॉप्टर रूका और छठे यात्री को भी बिठाने के बाद गुप्तकाशी के लिए घने कोहरे के बीच रवाना हो गया।
हेलीपैड से बमुश्किल चार सौ मीटर आगे पहुंचकर तेज धमाके के साथ पहाड़ी से टकराकर धू-धूकर जलने लगा। उन्होंने बताया कि जो हादसा हुआ है, वह हेली कंपनियों की मनमानी का घातक नजीता है। जब केदारनाथ में अचानक मौसम खराब हो गया था तो हेलीकॉप्टर की उड़ान तत्काल बंद कर देनी चाहिए थे लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया। परिणामस्वरूप 57 वर्षीय पायलट अनिल सिंह मुंबई महाराष्ट्र निवासी, 63वर्षीय प्रेम कुमार निवासी तमिलनाडु, 60 वर्षीय कला निवासी तमिलनाडु, 60 वर्षीय सुजाता निवासी तमिलनाडु, 30 वर्षीय क्रुति बराड निवासी गुजरात, 26 वर्षीय पूर्वा रामानुज निवासी गुजरात और 25 वर्षीय उर्वी बराड़ निवासी गुजरात की असामयिक मौत हो गई। उन्होंने उत्तराखंड सरकार और यूकाडा से मामले की त्वरित जांच की मांग की है।