खबर सच है संवाददाता
केदारनाथ सहित गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ तीर्थ पुरोहितों का विरोध प्रदर्शन जारी है। तीर्थ पुरोहितों ने मांग पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने पर रोष जताया। तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि सरकार ने बोर्ड पर जल्द फैसला नहीं लिया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
यह भी पढ़े।
https://khabarsachhai.com/2021/06/17/max-3-people-died-in-the-ditch/सरकार पर कोरोना काल में यात्रा संचालन को लेकर श्रद्धालुओं की भावनाओं से मजाक करने का आरोप लगाते हुए तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि सरकार पहले स्थानीय लोगों के साथ चर्चा कर उन्हें विश्वास में लेते हुए यात्रा की तैयारियों को पूरा करे, फिर यात्रा शुरू की जाए।
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देवस्थानम बोर्ड का विरोध कर रहे तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी ने कहा कि वह केदारनाथ मंदिर परिसर में प्रतिदिन 20 से 25 मिनट शीर्षासन कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा सरकार की ओर से चारधाम तीर्थपुरोहित समाज व हक-हकूकधारियों पर देवस्थानम बोर्ड थोपा गया है जो उन्हें मंजूर नहीं है। बताते चले कि पिछले साल भी आचार्य संतोष त्रिवेदी ने केदारनाथ में एक माह से अधिक समय तक सुबह, दोपहर और शाम को अर्धनग्न होकर देवस्थानम बोर्ड का विरोध किया था।
इधर गंगोत्री धाम में भी तीर्थ पुरोहितों ने काली पट्टी बांधकर गंगा मैया की स्तुति की। तो यमुनोत्री धाम में भी तीर्थ पुरोहितों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर देवस्थानम बोर्ड को तत्काल भंग करने की मांग की।तीर्थ पुरोहित राकेश सेमवाल ने कहा कि सीएम तीरथ सिंह रावत ने 51 मंदिरों सहित चारधाम को देवस्थानम बोर्ड के दायरे से बाहर करने का वायदा किया था। लेकिन आज भी तक बोर्ड पर पुनर्विचार नहीं हो पाया है।
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