खबर सच है संवाददाता
हरिद्वार। उत्तराखंड में लंबे समय से सक्रिय फॉर्च्यूनर गाड़ी चोर को आखिरकार उत्तराखंड की एसटीएफ द्वारा हरियाणा के पानीपत से गिरफ्तार कर लिया। वह अपने साथियों के साथ मिलकर उत्तराखंड में फॉर्च्यूनर गाड़ियों की चोरी करता था। जिसके लिए उसने एक सॉफ्टवेयर भी चीन से आयात करवाया था, जिसकी कीमत ढाई लाख रुपए बताई जा रही है और इसकी मदद से चोर अपनी गैंग के साथ आसानी से फॉर्च्यूनर गाड़ी के लॉक को तोड़ता था और उसके बाद राजस्थान के मेवात क्षेत्र में इसे बेच देता था।गाड़ी के लॉक तोड़ने के इस पूरे गैंग के लीडर का नाम अंकित बताया जा रहा है। अंकित काफी शातिर अपराधी है जो कि लंबे समय से पुलिस की पहुंच से काफी दूर चल रहा था।
अंकित ने पिछले साल ही अपने गैंग के साथ ही फॉर्च्यूनर गाड़ियों की चोरी करना शुरू किया। इस गैंग ने बीते साल हरिद्वार से एक फॉर्च्यूनर चोरी की। अंकित और उसका पूरा गिरोह मिलकर चाइना से मंगाए गए सॉफ्टवेयर के जरिए फॉर्च्यूनर गाड़ियों के लॉक को तोड़ते थे और उसके बाद राजस्थान के मेवात क्षेत्र में इनको बेच देते थे। यह पूरा गैंग ऑनलाइन गाड़ियों को बेचता था। हरिद्वार में चोरी हुई गाड़ी का मामला भी दर्ज हुआ। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए गाड़ी को बरामद किया और चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हालांकि इस दौरान भी अंकित पकड़ में नहीं आया और उत्तराखंड पुलिस ने उस पर 5000 का इनाम भी घोषित किया था। पुलिस ने उसको आखिरकार हरियाणा के पानीपत से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को जानकारी मिली थी कि अंकित पानीपत में ही कहीं छिपा हुआ है जिसके बाद पुलिस ने वहां दबिश दी और उसको गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक अंकित के ऊपर उत्तराखंड के साथ ही हरियाणा, पंजाब, यूपी और दिल्ली में भी कई मामले दर्ज हैं। पुलिस लगातार उसको पकड़ने के लिए दबिश दे रही थी लेकिन वह हर बार फरार हो जाता था। आखिरकार आरोपी अंकित पुलिस के कब्जे में आ ही गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।