खबर सच है संवाददाता
खटीमा। ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में 21 से 25 जून, 2024 तक आयोजित 106वें लायंस इंटरनेशनल कन्वेंशन ने दुनिया भर के लायंस और लियो के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। इस कन्वेंशन में 210 से ज़्यादा देशों ने हिस्सा लिया और इसने लायंस संगठन की वैश्विक पहुँच और प्रभाव को प्रदर्शित किया।
बताते चलें कि इंटरनेशनल कन्वेंशन लायंस वर्ष का सबसे बड़ा आयोजन है, जो पिछली उपलब्धियों, मौजूदा प्रयासों और भविष्य की आकांक्षाओं पर चिंतन करने का एक बेजोड़ अवसर प्रदान करता है।
उद्देश्य और सेवा पर चिंतन
लायंस उद्देश्यपूर्ण जीवन जीते हैं, जो अपने समुदायों की सेवा और सुधार के लिए समर्पित होते हैं। यह कन्वेंशन दुनिया को बेहतर बनाने के उनके सामूहिक उद्देश्य का प्रमाण था। इसमें लायंस को निरंतर सेवा के लिए प्रेरित करने और तैयार करने के लिए डिज़ाइन किए गए कई सत्र और कार्यक्रम शामिल थे।
राष्ट्रों की परेड
लायंस इंटरनेशनल की एक प्रसिद्ध परंपरा, राष्ट्रों की परेड, सम्मेलन का एक जीवंत और रंगीन आकर्षण था। हजारों लायंस और लियोस ने मेलबर्न की सड़कों पर पारंपरिक पोशाक में अपने देशों का गर्व से प्रतिनिधित्व करते हुए मार्च किया। इस परेड ने न केवल लायंस समुदाय की सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाया, बल्कि संगठन को परिभाषित करने वाली एकता और गौरव को भी प्रदर्शित किया।
मल्टीपल डिस्ट्रिक्ट 321 की भागीदारी
भारत से 10 मल्टीपल डिस्ट्रिक्ट्स ने सम्मेलन में भाग लिया। उल्लेखनीय रूप से, उत्तरी भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले मल्टीपल डिस्ट्रिक्ट 321 ने राष्ट्रों की परेड में भाग लिया। इस मल्टीपल डिस्ट्रिक्ट के प्रतिभागियों ने पारंपरिक उत्तराखंडी टोपी पहनी थी, जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक अद्वितीय सांस्कृतिक तत्व लेकर आई। इस टोपी को उपलब्ध कराने में लायंस क्लब खटीमा के प्रथम उपाध्यक्ष लायन जी डी जोशी ने लायन एच एन सिंह के माध्यम से मुम्बई में उपलब्ध करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई अतएव इस तरह के एक महत्वपूर्ण वैश्विक आयोजन में उत्तराखंडी टोपी की उपस्थिति ने क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को उजागर किया और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में भारतीय लायंस के विविध योगदान को रेखांकित किया। जितेंद्र सिंह चौहान , इंटरनेशनल डायरेक्टर व उनकी पत्नी बबीता चौहान, विनय मित्तल, डॉ क्षितिज शर्मा, जे पी सिंह, मुकेश जैन, मनोज रूहेला इत्यादि सहित हिन्दुस्तान के सेकड़ों लायंस बंधु इस सम्मलेन में भाग ले रहे हैं।
भविष्य की दिशाएँ
106वाँ लायंस इंटरनेशनल कन्वेंशन न केवल पिछली उपलब्धियों का जश्न मनाने का एक मंच था, बल्कि भविष्य की दिशाओं की कल्पना करने का एक मंच भी था। सम्मेलन के सत्र और चर्चाएँ लायंस की सेवा परियोजनाओं के प्रभाव को बढ़ाने, वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने और वैश्विक मुद्दों को संबोधित करने के लिए नवाचार का लाभ उठाने पर केंद्रित थीं।
मेलबर्न में लायंस इंटरनेशनल कन्वेंशन ने संगठन के वैश्विक प्रभाव और सकारात्मक बदलाव लाने के लिए इसके सदस्यों की साझा प्रतिबद्धता की एक शक्तिशाली याद दिलाई। 210 से अधिक देशों की भागीदारी, प्रेरक वक्ता और राष्ट्रों की जीवंत परेड ने सामूहिक रूप से समर्पण और उद्देश्य के साथ मानवता की सेवा करने के लायंस के मिशन को मजबूत किया। जैसा कि लायंस भविष्य की ओर देख रहे हैं, सम्मेलन ने ऊर्जा और दिशा की एक नई भावना प्रदान की तथा इस बात पर बल दिया कि सेवा की यात्रा निरंतर और हमेशा विकसित होती रहती है। यह उल्लेखनीय है कि लायंस इंटरनेशनल के पास संयुक्त राष्ट्र में एक स्थायी सीट है, जिसमें एक लायंस सदस्य स्थायी प्रतिनिधि के रूप में कार्य करता है। उत्तराखंड की इस टोपी को प्रसिद्ध करने में लायंस क्लब खटीमा के 2024-25 के अधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।