खबर सच है संवाददाता
अहमदाबाद। गुजरात के पाटण शहर में एक नशा मुक्ति केंद्र में रहे मरीज के साथ ना केवल बुरी तरह से मारपीट की गई, बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में आग भी लगा दी गई। वहीं जब मरीज की मौत हो गई तो केंद्र प्रबंधक ने कह दिया कि बीमारी की वजह से ऐसा हुआ है। इसके बाद परिजनों की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार करा दिया। लेकिन जब पुलिस ने नशा मुक्ति केंद्र के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ।
पुलिस ने इस मामले में केंद्र प्रबंधक समेत सात लोगों के खिलाफ नामजद हत्या का केस दर्ज करते हुए मौके से छह आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक सीसीटीवी देखने से पता चलता है कि आरोपियों ने किसी बात को लेकर करीब डेढ़ घंटे तक पीड़ित मरीज के साथ मारपीट की। आखिर में जब मरीज बेदम हो गया तो आरोपियों ने पूरी बर्बरता दिखाते हुए उसके प्राइवेट पार्ट पर पेट्रोल डालकर आग लगा दिया। पुलिस ने बताया कि इस बर्बरता के बाद मरीज हार्दिक सुधार की मौत हो गई। इसके बाद केंद्र प्रबंधन ने उसके परिजनों को बुलाया और बताया कि बीमारी की वजह से उसकी मौत हुई है। परिजन भी केंद्र प्रबंधक की बात को मान गए और चुपचाप अंतिम संस्कार भी करा दिया। लेकिन मामले की भनक पुलिस को लग गई। पुलिस ने घटना में सुराग तलाशते हुए केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी शुरू की। इसी दौरान पुलिस को एक ऐसा फुटेज मिला जिसमें कुछ लोग एक युवक के साथ मारपीट कर रहे हैं। पहचान कराने पर पता चला कि यह युवक कोई और नहीं, बल्कि हार्दिक सुधार ही है। पीआई मेहुल पटेल ने बताया कि नशामुक्ति केंद्र के सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद मैनेजर संदीप पटेल और उसके कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। अब तक इस मामले में कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। सातवें आरोपी की तलाश कराई जा रही है। पुलिस की जांच में पता चला कि मरीज हार्दिक सुधार आत्महत्या करना चाहता था। केंद्र में तैनात कर्मचारियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसे बचाने के लिए ही मारपीट की गई थी। हालांकि पुलिस मामले की हरेक एंगल से जांच करा रही है।