खबर सच है संवाददाता
पिथौरागढ़। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के आपदाग्रस्त 321 परिवारों का 6.65 करोड़ की लागत से विस्थापन होगा। पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान के अनुसार पिछले साल पिथौरागढ़ के सीमांत क्षेत्र में अतिवृटि के कारण भारी आपदा आयी थी। जिससे कई मकान जमीदोंज हो गये तो कई मलबे में दब गये थे। इस दौरान 44 गांवों के 321 परिवार आपदा से प्रभावित हुए थे। धारचूला मुनस्यारी और बंगापानी तहसील में भारी नुकसान हुआ था। कई सड़के और पुल नेस्तनाबूद हो गये।
जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने बताया कि आपदा के चलते धारचूला तहसील के 12 गांवों के 131 परिवार, बंगापानी के आठ गांवों के 36, मुनस्यारी के नौ गांवों के 134, तेजम के चार गांवों के 12, डीडीहाट के दो गांवों के चार तथा कनालीछीना तहसील के एक गांव के चार परिवार आपदा में बेघर हो गये। यही नहीं कई लोग आपदा के शिकार हो गये। इनमें से कई लोग अभी भी लापता हैं। प्रशासन की ओर से इन परिवारों के लिये तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था की गयी और स्कूलों तथा अन्य जगह ठहराया गया। प्रशासन की ओर से भी इन्हें विस्थापित करने की बात कही गयी। जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने बताया कि सरकार की ओर से 321 परिवारों के विस्थापन के लिये छह करोड़ 65 लाख 50 हजार की धनराशि अवमुक्त कर दी गयी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विस्थापन कार्य में तेजी लायें और आवासों का निर्माण बरसात से पहले कराना सुनिश्चित करें।