खबर सच है संवाददाता
पटना। पटना पुलिस ने सिटी के खाजेकला थाना क्षेत्र के सदर गली में बीते 23 जनवरी को हुए देवी चौधरी हत्याकांड मामले का खुलासा किया है। बेटे की हत्या का केस वापस नहीं लेने पर ही अपराधियों ने शूटर के माध्यम से देवी चौधरी की दिनदहाड़े हत्या करवा दी थी।
अगमकुआं पुलिस और खाजेकला पुलिस ने संयुक्त छापेमारी कर छोटी पहाड़ी इलाके से हत्याकांड के शूटर अभिषेक कुमार वर्मा उर्फ अभिषेक मेहता को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने गिरफ्तार शूटर के पास से एक देसी पिस्टल, दो मैगजीन, 14 जिंदा कारतूस के अलावे हत्याकांड में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी बरामद किया है। बताया जाता है कि आपसी रंजिश को लेकर मोहम्मद दानिश उर्फ शालू ने 6 माह पूर्व देवी चौधरी के पुत्र राहुल की हत्या कर दी थी। इस मामले का वह फरार नामजद अभियुक्त था। हत्याकांड के बाद मोहम्मद दानिश उर्फ शालू दिल्ली फरार हो गया था, जहां से वह देवी चौधरी पर बेटे की हत्या का केस वापस लेने का दबाव दे रहा था। देवी चौधरी द्वारा केस वापस लेने से इनकार करने पर हत्या करवा दी गई। मोहम्मद दानिश उर्फ शालू ने अपने दोस्त मोहम्मद शमशाद और मोहम्मद राजा के साथ मिलकर देवी चौधरी के हत्या की साजिश रची। देवी चौधरी की हत्या को लेकर अभिषेक कुमार वर्मा उर्फ अभिषेक मेहता को 50 हजार की सुपारी दी गई। सुपारी मिलने के बाद अभिषेक ने मोहम्मद शमशाद, मोहम्मद राजा और हत्याकांड में लाइनर की भूमिका निभाने वाले मोहम्मद शमीम उर्फ डब्लू के साथ मिलकर देवी चौधरी की दिनदहाड़े हत्या कर दी। पटना सिटी के एडिशनल एसपी अमित रंजन ने बताया कि हत्याकांड के मुख्य षड्यंत्र कर्ता मोहम्मद दानिश उर्फ शालू और मोहम्मद शमशाद ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था, जिसे पुलिस ने रिमांड पर लेकर कड़ी पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद पूरे मामले का खुलासा हो सका। एडिशनल एसपी ने हत्याकांड में संलिप्त अन्य अभियुक्तों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिए जाने का भरोसा दिलाया है।