खबर सच है संवाददाता
नैनीताल। पीएमजीएसवाई द्वारा बेल बसानी से पटवाडांगर तक बनाई जा रही 32 किलोमीटर की वैकल्पिक मार्ग का आज कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर दीपक रावत ने कहा 2012 में सड़क अलग-अलग पार्ट में स्वीकृत हुई है, जिसमें वन विभाग द्वारा कुछ आपत्तियां थी जिसके चलते ही सड़क निर्माण में देरी हो गई है, लेकिन अब इस पर एक बार फिर से तेज़ी के साथ काम शुरू हो चुका है।
बताते चलें कि नैनीताल जाने के लिए अभी तक कालाढूंगी अथवा काठगोदाम मार्ग ही यातायात हेतु उपलब्ध हैं। अब यदि यह मार्ग आमजन हेतु सुचारू हो जाएं तो नैनीताल जाने वाले यात्रियों द्वारा काठगोदाम अथवा कालाढूंगी मार्ग पर दबाव कम हो सकेगा। फिलहाल इस सड़क मार्ग में 4 पुल निर्माणाधीन है जिनके चलते ही अभी तक यह मार्ग आमजन हेतु शुरू नहीं हो पाया है। कमिश्नर कुमाऊं मण्डल ने निरीक्षण के दौरान मंगलवार (आज) अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जल्द से जल्द पुल का निर्माण करते हुए डामरीकरण भी पूर्ण करें। कमिश्नर दीपक रावत ने कहा कि सड़क बनने से इस रूट पर पर्यटकों की गतिविधियां शुरू होने के साथ ही कई लोगों को रोजगार भी मिलेगा। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को यह निर्देश भी दिए गए हैं कि सड़क की प्रोग्रेस रिपोर्ट हर सप्ताह उनके पास भेजी जाए। इस दौरान बेल बसानी से लेकर पटवाडांगर तक मोबाइल कनेक्टिविटी की दिक्कतें के चलते स्थानीय लोगों द्वारा आयुक्त को ज्ञापन दिया गया। जिसके संबंध में आयुक्त ने कहा कि वह अधीनस्थ अधिकारियों से बातचीत करके जल्द से जल्द मोबाइल टावर लगवाने की दिशा में काम करेंगे।
निरीक्षण के दौरान डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे कुमाऊँ मंडल विकास निगम के एमडी नरेंद्र भंडारी नैनीताल के संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन, तहसीलदार हल्द्वानी संजय कुमार और पीएमजीएसवाई के अधिकारी मौजूद रहे।