खबर सच है संवाददाता
हल्द्वानी। हल्द्वानी सहित समूचे तराई की लाइफ लाइन के साथ ही रेता-बजरी और पत्थर के रूप में बेशकीमती उपखनिज का स्रोत गौला नदी पर अवैध खनन का खुलासा हुआ है। जमरानी के पास आवंटित खनन पट्टों पर अपर निदेशक भूतत्व और खनिकर्म राजपाल लेघा द्वारा आज छापेमारी की कार्रवाई की गई। इस अभियान में लगभग 12 लाख रुपए का अर्थदण्ड लगाया गया है।
वही अपर निदेशक भूतत्व और खनिकर्म राजपाल लेघा ने बताया कि सरकार द्वारा यहां पर खनन व्यवसायियों को पट्टे आवंटित किए गए थे, जिनमें ललित मोहन के नाम रौशिल, गणेश दत्त का उङवा, चेतन सिंह सम्भल का पस्तोला में पट्टे है। जिनके खनन पट्टों में गड़बड़ियां होने की शिकायतें मिल रही थी। साथ ही कई लोगों के अभिलेखों में भी काफी कमियां थी, जिस संबंध में उनके द्वारा आज जमरानी नदी में छापेमारी की कार्रवाई की गई है।
लेघा ने बताया कि ललित मोहन ने 2036 घन मीटर, गणेश दत्त ने 952 घन मीटर, चेतन सिंह सम्भल ने 963 घन मीटर अवैध खनन किया था। विभाग ने ललित मोहन को तीन लाख 87 हजार 651, गणेश दत्त को तीन लाख 56 हजार, चेतन सिंह सम्भल को तीन लाख 60 हजार 349 रुपए अर्थदण्ड लगाया गया है। जिन खनन पट्टों और अभिलेखों में कमियां पाई गई है, उनके खिलाफ करीब 12 लाख की पेनाल्टी लगाई गई है, साथ ही सबकी निकासी पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है, अपर निदेशक भूतत्व और खनिकर्म राजपाल लेघा ने कहा की अन्य नदियों में भी जहां पर खनन के पट्टे आवंटित हैं। वहां पर भी विभाग द्वारा कार्रवाई की जाएगी, किसी भी सूरत में सरकार के राजस्व का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।