साधक, उपासक, धर्म गुरु बाबा निम करोली
नीम करौली बाबा जी एक महान सन्त थे, जिन्हे बाबा के भक्त हिंदू गुरु, रहस्यवादी, और हिंदू देवता हनुमान के उपासक के रूप में भी मानते है।
प्राप्त जानकारियों के अनुसार बाबा का जन्म 11 सितम्बर 1900 में गांव अकबरपुर, फ़िरोज़ाबाद, उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ। इनका परिवार एक ब्राह्मण परिवार था। इनकी शादी मात्र 11 वर्ष की आयु में करा दी गयी थी। जिसके बाद इन्होने साधु बनने का फैसला किया। बाद में जब इनके पिता ने इन्हे समझाया तब ये घर बापस आये और अपना सांसारिक धर्म पूर्ण किया। इनके दो बेटे और एक बेटी थी।
Join our whatsapp group
https://chat.whatsapp.com/GNmgVoC0SrIJYNxO5zGt0F
Join our telegram channel:
https://t.me/joinchat/YsCEm7LVdWtiYzE1
बाबा से जुड़े वैसे तो कई विषय रहे लेकिन प्रचलित घटना वर्ष 1958 की है जब ये और बाबा लक्सम दास बिना टिकट के ट्रैन में सवारी कर रहे थे। तभी वहां ट्रैन का टिकट कंडक्टर आया और इनसे टिकट मांगी लेकिन इनके पास टिकट नहीं थी तो उसने इन्हे ट्रैन से उतरने को कहा और जहां उतरने को कहा वो स्थान गांव खिमसेपुर (अब निब करोरी) था जो जिला फर्रुखाबाद में पड़ता है।
जब उन्हें ट्रैन से उतार दिया गया तो कडंक्टर क्या देखता है की ट्रैन दोबारा चल ही नहीं पा रही। काफी प्रयास किये गए लेकिन ट्रैन नहीं चली तो सबने कंडक्टर से बाबा जी को दोबारा से ट्रैन में बिठाने को कहा और तब कंडकटर को अपनी गलती समझ आयी और उन्होंने बाबा को ट्रैन में बैठने का आग्रह किया लेकिन बाबा नहीं माने जब सबने अधिक बोला तो उन्होंने कहा ठीक है लेकिन इसी स्थान पे पहले रेलवे को स्टेशन बनवाना पड़ेगा। तब ये ही मै बैठूंगा तब सभी ने वादा किया और बाबा ट्रैन में बैठे तो ट्रैन चल दी।
उसके बाद वहां बाबा का भव्य मंदिर भी बनवाया गया और रेलवे द्वारा वहां स्टेशन का भी निर्माण हुआ। जो नीब करोरी के नाम से जाना जाता है। इसके अतिरिक्त कई स्थानों में बाबा के आश्रम हैं जैसे की वृन्दावन, ऋषिकेश, शिमला, कैंची आदि।
हमारे पोर्टल में विज्ञापन एवं समाचार के लिए कृपया हमें [email protected] ईमेल करें
या 91-9719566787 पर संपर्क करें ।
विज्ञापन