खबर सच है संवाददाता
हरिद्वार। विजिलेंस विभाग की टीम ने बिजली कनेक्शन के नाम पर 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एसडीओ को किया गिरफ्तार।
एसपी विजिलेंस धीरेंद्र गुंज्याल से प्राप्त जानकारी के अनुसार 12 अप्रैल को एक व्यक्ति ने हैल्पलाईन नं. 1064 एंटी करप्शन पर शिकायत दर्ज करायी थी, कि हरिद्वार स्थित नये मकान के घरेलू विद्युत कनेक्शन हेतु 6 जनवरी को कनखल बिजली घर में आवेदन किया गया था। आवेदन के पश्चात शिकायतकर्ता अपने कनेक्शन के सम्बन्ध में कनखल बिजली घर जाकर एसडीओ संदीप कुमार शर्मा से मिला, जिनके द्वारा कनेक्शन प्रक्रिया के सम्बन्ध में शिकायतकर्ता को अवगत कराया गया। किन्तु काफी दिनों बाद भी शिकायतकर्ता का कनेक्शन न होने पर वह पुनः एसडीओ संदीप कुमार शर्मा से मिला तो उनके द्वारा शिकायतकर्ता को अवगत कराया कि आपको कनेक्शन के लिये सरकारी फीस के अलावा 20,000/- रुपये अलग से देने होंगे तभी तुम्हारा बिजली का कनेक्शन हो पायेगा। शिकायतकर्ता द्वारा 20,000/- रूपये देने में असमर्थता जताई गयी। संदीप शर्मा द्वारा शिकायतकर्ता से कनेक्शन अप्लाई करने के बाद से ही कनेक्शन लगाने के एवज में 20,000/- रुपये की मांग की जा रही है। क्योंकि शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था। इसलिए उसने 1064 पर शिकायत की। जिस पर 1064 की टीम द्वारा शिकायतकर्ता के शिकायती प्रार्थना पत्र की गोपनीय जांच कराये जाने पर आरोप प्रथम दृष्टया सही पाते हुये पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान सैक्टर देहरादून द्वारा नियमानुसार ट्रैप संचालन हेतु ट्रैप टीम का गठन किया गया।
शनिवार (आज) अभियुक्त संदीप कुमार शर्मा पुत्र प्रेमदत्त शर्मा, निवासी-26 डीवीसी कालोनी मालसी, देहरादून हाल उपखण्ड अधिकारी (एसडीओ) विद्युत वितरण उपखण्ड, जगजीतपुर, कनखल, जनपद हरिद्वार को शिकायतकर्ता से 20,000/-रुपये रिश्वत लेते हुये 1064 की ट्रेप टीम द्वारा विद्युत वितरण उपखण्ड कार्यालय जगजीतपुर, कनखल, हरिद्वार से सरकारी स्वतन्त्र गवाहान के समक्ष रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त के विरुद्ध (थाना सतर्कता सेक्टर देहरादून पर धारा 7, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत करने के साथ ही निदेशक सतर्कता अमित कुमार सिन्हा द्वारा ट्रैप टीम को उत्साहवर्धन हेतु उचित पारितोषिक देने की घोषणा की गई है।
एसपी विजिलेंस, सतर्कता अधिष्ठान मुख्यालय धीरेन्द्र गुंज्याल द्वारा अवगत कराया गया है कि यदि किसी भी सरकारी कर्मचारी/अधिकारी द्वारा भष्टाचार के माध्यम से आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित की गयी हो तथा किसी कार्य हेतु रिश्वत की अवैध मांग की जा रही हो या अन्य व्यक्तियों/बिचोलियों के द्वारा पैसे लेकर भ्रष्टाचार किया जा रहा हो तो बिना भय के भ्रष्टाचारियों/भ्रष्टाचार के विरुद्ध शिकायत करें। सतर्कता विभाग उत्तराखण्ड शासन द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। साथ ही लोगों की सुविधा के लिए हेल्प लाईन नं. 1064 – एंटी करप्शन उत्तराखण भी जारी किया गया है।