खबर सच है संवाददाता
औरंगाबाद। असत्य,अधर्म,अन्याय व बुराई हो सकता है कि हमें कुछ समय के लिए फलते फूलते से प्रतीत हों परंतु अंत में विजय सत्य, धर्म व अच्छाई की होगी। हम सभी इन प्रतीकात्मक पर्वों से प्रेरणा व संदेश ग्रहण कर अपने जीवन को दिव्य, मर्यादित, कर्तव्यपरायण, प्रभुभक्तिमय, राष्ट्रीयता व मानवता से ओतप्रोत बनाएं। आज लोगों के धर्म से विमुख होने के कारण ही मानवता की कमी दिखाई देने लगी है। हमें समाज को बदलने के लिए लोगों की दृष्टि बदलने की आवश्यकता है। किसी को सुधारने से पहले स्वयं को सुधारना चाहिए। यह सब बातें अध्यात्म के ज्ञान के बिना संभव नहीं है। जो व्यक्ति विपत्तियों,बाधाओं व परेशानियों से लड़ने की क्षमता रखता है वही जीवन के विकास का सच्चा आनंद प्राप्त कर सकता है। यह सन्देश आज औरंगाबाद पहुंचे देश के युवा सन्त स्वामी हरि चैतन्य महाप्रभु ने कही।
बताते चलें कि अपने अति व्यस्त कार्यक्रम के बाद औरंगाबाद के अनेक स्थानों संत एकनाथ मंदिर पैठण, श्री महाराज जी की कृपा व प्रेरणा से चल रहे अन्नक्षेत्र नाथ प्रसादालय पैठण, रोडवेज़ बस स्टैंड, गंगामाई शुगरमिल शेवगांव व बाबुल गाँव एवं अन्य अनेक स्थानों पर परम पूज्य महाराज श्री के पधारने पर हज़ारों भक्तों ने भव्य स्वागत किया। महाराज श्री द्वारा यहां एक मंदिर का उद्घाटन एवं शुगर मिल के इस सीज़न का शुभारंभ भी हुआ। महाराज श्री के साथ चेयरमैन, वाइस प्रेसिडेंट व अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। संत एकनाथ मंदिर में श्री महाराज जी के भव्य स्वागत के बाद श्री महाराज जी ने पूजन भी किया। बाबुल नजीक गाँव में परम पूज्य महाराज श्री के दिव्य व प्रेरणादायी प्रवचन सुनकर बड़ी संख्या में भक्तों को भाव विभोर देखा गया।